छिंदवाड़ाPublished: May 03, 2020 04:07:03 pm
babanrao pathe
कोरोना वायरस को भी ठगी का जरिया बनाया जा चुका है। एक फोन मदद करने के नाम पर आएगा और बैंक खाते की जानकारी लेकर उसमें जमा रकम निकल लेगा।
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छिंदवाड़ा. कोरोना वायरस महामारी को भी ठगी का जरिया बनाया जा चुका है। एक फोन मदद करने के नाम पर आएगा और बैंक खाते की जानकारी लेकर उसमें जमा रकम निकल लेगा। हालांकि अभी तक इस तरह के मामले जिले में सामने नहीं आए हैं, लेकिन सावधानी में ही सुरक्षा है। इसलिए जागरूक रहना भी बहुत आवश्यक है।
कोविड 19 का लाभ उठाते हुए धोखेबाज आने वाले दिनों में इस तरह का फोन भी कर सकते हैं, जिसमें वे मुख्यमंत्री राहत कोष विभाग से बोलने का दावा कर आपके बैंक खाते में 15 सौ रुपए डालने का हवाला देंगे। बैंक खाता नम्बर मांंग सकते हैं और खाता नम्बर देते ही उसमें मौजूद राशि भी खाली कर दी जाएगी। किसी भी तरह की मदद करने के लिए कोई भी फोन पर बैंक खाते से जुड़ी जानकारी किसी भी व्यक्ति से नहीं मांगी जाएगी। कोरोना वायरस के साथ ही आम लोगों को अब धोखा देने वाले लोगों से भी बचना होगा। इस तरह के आने वाले फोन से भी बचना बहुत जरूरी है।
डिजीटल पेमेंट में रखें इन बातों का ध्यान
लॉकडाउन के कारण् डिजीटल पेमेंट का चलन तेजी से बढ़ा है। लोग अपने मोबाइल के माध्यम से विभिन्न पेमेंट एप का इस्तेमाल कर रहे हैं। ऐसे लोगों को डिजीटल पेमेंट करते समय कुछ जरूरी बातों का ध्यान रखना चाहिए जिससे वे धोखाधड़ी का शिकर होने से बच सकते हैं। सुरक्षित भुगतान के लिए यह बहुत जरूरी है।
-किसी भी अनजान नम्बर से फोन आने पर अपने अकाउंट सम्बंधी कोई भी जानकारी शेयर न करें।
-भुगतान सम्बंधी किसी भी परेशानी के समय अपने पेमेंट एप्प के हेल्पलाइन मेन्यू में जाकर सहायता प्राप्त करें।
-समय-समय पर अपने ऑनलाइन ई-पेमेंट एप्प के पासवर्ड और पिन बदलते रहें।
-सोशल मीडिया या फिर मैसेज बॉक्स में किसी प्रकार की लिंक प्राप्त होने पर उस क्लिक ना करें।