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समझाने पर भी नहीं माने दम्पती

locationछिंदवाड़ाPublished: Jan 17, 2022 10:08:36 pm

Submitted by:

Rahul sharma

परिवार परामर्श केन्द्र में एक प्रकरण में पत्नी ने बताया कि शादी के 2 वर्ष हो गए पति देवास में काम करते थे। दोनों लगभग 8 माह साथ रहें। पति छोटी बातों पर मारपीट करते हैं। पति ने कहा कि पत्नी छोटी -छोटी बातों पर गुस्सा करती है। दोनों को समझाइश के दौरान पति ने काउंसलरों के साथ अभद्र व्यवहार किया। समझौते की कोई गुंजाइश नहीं होने से सलाहकारों ने न्यायालय जाने की सलाह दी।

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Couple did not agree even after explaining

छिन्दवाड़ा/ परासिया. परिवार परामर्श केन्द्र में कांउसलरों ने सुनवाई के दौरान पति -पत्नी के मध्य विवाद समाप्त करने के प्रयास किए। शनिवार को केंद्र में पांच प्रकरण पंजीबद्ध हुए जिसमें एक प्रकरण में समझौता हुआ। दो प्रकरणों में न्यायालय जाने की सलाह दी गई। शेष प्रकरण को अगली पेशी दी गई। एक प्रकरण में पत्नी ने बताया कि शादी के 2 वर्ष हो गए पति देवास में काम करते थे। दोनों लगभग 8 माह साथ रहें। पति छोटी बातों पर मारपीट करते हैं। लॉकडाउन व गर्भावस्था के कारण वापस आ गए, लेकिन सास ने घर में नहीं रखा। मैं मायके में रहने लगी। पति ने कहा कि पत्नी छोटी -छोटी बातों पर गुस्सा करती है। दोनों को समझाइश के दौरान पति ने काउंसलरों के साथ अभद्र व्यवहार किया। समझौते की कोई गुंजाइश नहीं होने से सलाहकारों ने न्यायालय जाने की सलाह दी। एक प्रकरण में शादी के 14 वर्ष सामान्य दाम्पत्य जीवन के बाद सास -ससुर ने बहू के व्यवहार को लेकर परामर्श केंद्र में प्रकरण दर्ज कराया। बहू -बेटे के दाम्पत्य जीवन से 13 वर्ष की बेटी, 8 वर्ष का एक बेटा है जो गंभीर रूप से पीडि़त होने के कारण चलने फि रने में असमर्थ है। सास का कहना था कि विवाह के कुछ दिन तक तो बहू का व्यवहार सामान्य था परन्तु धीरे धीरे उसके व्यवहार में परिवर्तन आने लगा घर के कार्यों के प्रति उपेक्षा का भाव तथा बेटे के साथ हर दिन कहा सुनी होने लगी। सास ससुर की उपेक्षा करने लगी। विकलांग बेटे की देखभाल के प्रति लापरवाह होती चली गई। पत्नी मोबाइल पर अकेले घंटों बात करती है । पति ने बताया कि पत्नी का अन्य युवक से प्रेम संबंध है। दोनों पक्ष एक दूसरे पर आरोप प्रत्यारोप लगाते रहे। समझाइश के दौरान दोनों पक्षों में तनाव की स्थिति निर्मित हो गई उन्हें न्यायालय प्रक्रिया के माध्यम से अपनी समस्या का निराकरण करने की सलाह दी गई। केन्द्र में सलाहकार केपी पांडे, डीके सेन, जेठूलाल सोनी, शांति तिवारी, चित्रा विश्वकर्मा, सुशीला झाड़े एवं डेस्क प्रभारी वंदना वघेल ने सुनवाई की।
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