ये है पूरी घटना
पुलिस अधीक्षक विवेक अग्रवाल ने बताया कि सतीश तिलग्राम शाम को अपने घर से ग्राम निशानदरयाब जाने के लिए निकला था। वह घर के लिए सामग्री खरीदने जा रहा था। दुकान पहुंचने से पहले ही रास्ते में उसे चचेरा भाई तानू तिलग्राम मिला। दोनों के बीच पूर्व से ही पुस्तैनी जमीन को लेकर विवाद चल रहा है। इसी विवाद को लेकर दोनों के बीच कहासुनी हुई। फिर मारपीट के दौरान तानू ने सड़क किनारे पड़ा पत्थर उठाकर सतीश के सिर पर मारा, जिससे उसकी मौके पर ही मौत हो गई। वारदात की सूचना मायाबाई नामक महिला ने फोन पर सतीश की पत्नी लक्ष्मी बाई को दी। लक्ष्मी अपने बेटे करण, देवर कैलाश एवं देवरानी मालती के साथ मौके पर पहुंची तो देखा की सतीश का शव खून से लथपथ पड़ा था। परिवार के सदस्यों की सूचना पर बिछुआ थाना पुलिस तत्काल मौके पर पहुंची।
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जांच के बाद शव को कब्जे में लेकर पीएम के लिए भेजा गया। हत्या का प्रकरण दर्ज कर आरोपी की तलाश शुरू की गई। उसे हिरासत में लेकर पूछताछ करने पर सामने आया कि जमीनी विवाद के चलते उसने हत्या कर दी है। वारदात के खुलासे में बिछुआ थाना प्रभारी पूर्वा चौरसिया, उनि. महेन्द्र मिश्रा, सउनि. गुणवंत पंवार, सउनि. रतिराम, आर. सुरेश उइके, आर. चन्द्रशेखर एवं प्रवीण की महत्वपूर्ण भूमिका रही है।