कुंडीपूरा थाना में आधा दर्जन मामले दर्ज
पुलिस ने बताया कि पातालेश्वर निवासी 32 वर्षीय इमरान एवं नया बैल बाजार निवासी 31 वर्षीय आकाश दोनों दोस्त थे और शातिर अपराधी थे। कुंडीपूरा थाना में चोरी, लूट सहित आधा दर्ज मामले इनके ऊपर दर्ज हैं। इसके अलावा ये मजदूरी, हम्माली का काम भी करते थे। पूजा भावरकर का एक बेटा है जो ग्वालियर में रहता है। पति को छोडकऱ वह कुछ वर्ष पहले छिंदवाड़ा आ गई थी और शनिचरा बाजार में स्थित शौचालय में सफाई का काम करती थी। इसी दौरान उसकी मुलाकात इमरान से हुई और उसके साथ रहने लगी। आकाश का इमरान के घर आना-जाना था। आकाश ने इमरान के घर से पासबुक, आधार कार्ड एवं कुछ पैसे चोरी कर लिए थे। इमरान को शक था कि आकाश का अवैध संबंध पूजा से है। इन सभी बातों को लेकर 11 मई की रात लगभग साढ़े दस बजे पूजा, आकाश एवं इरशाद तीनों विवाद करते हुए रेलवे प्लेटफॉर्म नंबर-6 पर पहुंचे। इरशाद एवं आकाश ने काफी शराब भी पी रखी थी। विवाद इतना बढ़ा की इरशाद ने पूजा के साथ मिलकर आकाश के सिर पर 28 किलो का पत्थर पटककर हत्या कर दी। इसके बाद पूजा एवं इरशाद घर चले गए और खून से सना कपड़ा घर के पास नाली में फेंक दिया।
पुलिस ने बताया कि पातालेश्वर निवासी 32 वर्षीय इमरान एवं नया बैल बाजार निवासी 31 वर्षीय आकाश दोनों दोस्त थे और शातिर अपराधी थे। कुंडीपूरा थाना में चोरी, लूट सहित आधा दर्ज मामले इनके ऊपर दर्ज हैं। इसके अलावा ये मजदूरी, हम्माली का काम भी करते थे। पूजा भावरकर का एक बेटा है जो ग्वालियर में रहता है। पति को छोडकऱ वह कुछ वर्ष पहले छिंदवाड़ा आ गई थी और शनिचरा बाजार में स्थित शौचालय में सफाई का काम करती थी। इसी दौरान उसकी मुलाकात इमरान से हुई और उसके साथ रहने लगी। आकाश का इमरान के घर आना-जाना था। आकाश ने इमरान के घर से पासबुक, आधार कार्ड एवं कुछ पैसे चोरी कर लिए थे। इमरान को शक था कि आकाश का अवैध संबंध पूजा से है। इन सभी बातों को लेकर 11 मई की रात लगभग साढ़े दस बजे पूजा, आकाश एवं इरशाद तीनों विवाद करते हुए रेलवे प्लेटफॉर्म नंबर-6 पर पहुंचे। इरशाद एवं आकाश ने काफी शराब भी पी रखी थी। विवाद इतना बढ़ा की इरशाद ने पूजा के साथ मिलकर आकाश के सिर पर 28 किलो का पत्थर पटककर हत्या कर दी। इसके बाद पूजा एवं इरशाद घर चले गए और खून से सना कपड़ा घर के पास नाली में फेंक दिया।
जीआरपी को पहले से ही था शक
आरोपी इरशाद एवं मृतक आकाश ने चोरी की कई घटना को अंजाम दिया था। वह ट्रेन में भी चोरी के फिराक में थे। स्टेशन परिसर में भी कई बार देखे गए थे। जीआरपी के एक आरक्षक के पास दोनों की स्टेशन में घुमते हुए कुछ दिन पहले की फोटो भी थी। इसी आधार पर पुलिस को शक हुआ और वह आरोपी तक पहुंची। जबलपुर से आए जीआरपी डीएसपी लोकेश मार्को हत्या का खुलासा करने के लिए दो दिन से छिंदवाड़ा में ही डेरा डाले हुए थे। इस पूरी घटना का खुलासा करने में जीआरपी थाना प्रभारी एके मरावी, एमएल धूमकेती, श्याम सिंह उइके, इतरलाल धुर्वे, राजकमल राय, गिरीश बट्टी, कुंडीपूरा थाना प्रभारी टीडी धार्वे, नारायण बघेल, प्रदीप बघेल, सुनील भील, आरपीएफ क्राइम ब्रांच नागपुर के विनेक मेश्रराम, कमल सिंह, एसएस सेड़ाम का सराहनीय कार्य रहा।
आरोपी इरशाद एवं मृतक आकाश ने चोरी की कई घटना को अंजाम दिया था। वह ट्रेन में भी चोरी के फिराक में थे। स्टेशन परिसर में भी कई बार देखे गए थे। जीआरपी के एक आरक्षक के पास दोनों की स्टेशन में घुमते हुए कुछ दिन पहले की फोटो भी थी। इसी आधार पर पुलिस को शक हुआ और वह आरोपी तक पहुंची। जबलपुर से आए जीआरपी डीएसपी लोकेश मार्को हत्या का खुलासा करने के लिए दो दिन से छिंदवाड़ा में ही डेरा डाले हुए थे। इस पूरी घटना का खुलासा करने में जीआरपी थाना प्रभारी एके मरावी, एमएल धूमकेती, श्याम सिंह उइके, इतरलाल धुर्वे, राजकमल राय, गिरीश बट्टी, कुंडीपूरा थाना प्रभारी टीडी धार्वे, नारायण बघेल, प्रदीप बघेल, सुनील भील, आरपीएफ क्राइम ब्रांच नागपुर के विनेक मेश्रराम, कमल सिंह, एसएस सेड़ाम का सराहनीय कार्य रहा।