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चुनाव आ रहे करीब,फिर भी सोए जनप्रतिनिधि
विधानसभा चुनाव दिसम्बर में होना तय है। निर्वाचन आयोग की प्रशासनिक तैयारियां रोज जोर पकड़ रही है। आचार संहिता सितम्बर माह में कभी भी जारी हो सकती है। इस स्थिति में शहर की इस मुख्य समस्या के समाधान में सत्तासीन जनप्रतिनिधि बिलकुल रुचि नहीं ले रहे हैं। यदि वे चाहे तो आचार संहिता के पहले राजनीतिक स्तर पर पहल कर मास्टर प्लान की मंजूरी भोपाल से ला सकते हैं। उनके ध्यान न देने से आवास और व्यवसाय की मंजूरी चाहनेवाले बेचैन हो रहे हैं।
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ये था नए मास्टर प्लान की अवधारणा
सन् 2031 के मास्टर प्लान में छिंदवाड़ा शहर के चार लाख की आबादी की कल्पना की गई है। 45 हजार मकानों की आवश्यकता और जमीन पर करीब 29 अरब रुपए खर्च का प्लान प्रस्तुत किया गया है। जिला जेल को खजरी में शिफ्ट करने, कबाडि़या में ट्रांसपोर्ट/मैकेनिक नगर और सारसवाड़ा में कृषि कॉलेज की जमीन देने की बात कहीं गई है। २७ गांव खजरी, लोनिया करबल, सर्रा, बोरिया, सोनाखार, कुसमैली, खापाभाट, कुकड़ा जगत, परतला, चंदनगांव, मटकुली, इमलिया बोहता, सिवनी प्राणमोती, कबाडि़या, झण्डा, काराबोह, पोआमा, थुनियाभांड, इमलीखेड़ा, सोनपुर, सारसवाड़ा, अजनिया, लहगडुआ चौखड़ा, खैरी भोपाल, उसरिया, गुरैया और सुरगी में विकास की संभावनाएं आंकी गई है।
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इनका कहना है..
छिंदवाड़ा शहर का मास्टर प्लान-2031 भोपाल में पिछले साल ही जमा कराया गया है। यह मामला विचाराधीन है। इसकी मंजूरी का इंतजार हैं।
-अरविंद जैन,प्रभारी सहायक संचालक,नगर एवं ग्राम निवेश विभाग।