छिंदवाड़ाPublished: Oct 20, 2017 05:53:48 pm
arun garhewal
किरण ने मानसिंह की आंख पिपर स्प्रे काली मिर्च मार दिया। विजय ने उनका गला दबाया और उनका सिर दीवान पर पटका। वहीं मानसिंह की मौत हो गई।
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छिंदवाड़ा.नागपुर. वैवाहिक जीवन में कांटा बन रहे पिता को मौत के घाट उतारने वाली बेटी और उसके पति को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। लोहमार्ग पुलिस की मदद से उन्हें अकोला में पकड़ा गया। न्यायालय ने दोनों को 20 अक्टूबर तक पुलिस हिरासत में रखने के आदेश दिए है। जानकारी मिली है कि पिता ने दोनों को घर से निकालने की धमकी दी थी। इस बात को लेकर विवाद हुआ और पति.पत्नी ने मिलकर उन्हें मौत के घाट उतार दिया। पकड़े गए आरोपियों में किरण और बुलढाणा निवासी विजय अशोक तिवारी का समावेश है। शनिवार रात को ही आरोपियों ने मानसिंह शिव की हत्या कर दी थी। पुलिस के अनुसार किरण और विजय में प्रेम संबंध थे। प्रेम विवाह करने की जानकारी देकर 3 वर्ष से दोनों साथ रह रहे थे। शादी के बाद ही किरण और विजय प्रतापनगर में मानसिंह के घर पर रहने आ गए। उन्हें 2 वर्ष का बेटा भी है। विजय एक सप्ताह नागपुर में रहता था और 2 महीने के लिए गायब हो जाता था। मानसिंह को इस बात पर आपत्ति थी। उन्होंने कई बार किरण और विजय को अपने लिए कहीं और घर ढूंढने के लिए भी कहा था। शनिवार को भी मानसिंह ने दोनों को फटकार लगाई इस बात से बौखलाए किरण और विजय ने मानसिंह को ही टपकाने का प्लान बना लिया। किरण ने मानसिंह की आंख पिपर स्प्रे काली मिर्च मार दिया। विजय ने उनका गला दबाया और उनका सिर दीवान पर पटका। वहीं मानसिंह की मौत हो गई। चटाई और 6 कंबलों में उनकी लाश दीवान में छुपाकर रख दी। रविवार को दीवान से बदबू आने लगी। दोनों ने शव को ठिकाने लगाने के लिए प्लान बनाया। सीताबर्डी से एक ट्राली बैग खरीदी।
आटो चालक विनोद सोंडवले को सोमवार को तड़के 3 बजे रेलवे स्टेशन जाने के लिए बुलाया। विनोद की सतर्कता से यह मामला उजागर हुआ। पुलिस ने हत्या का मामला दर्ज कर दोनों की तलाश शुरु की पहले दोनों ट्रेन से गोंदिया भागे थे। वहां से किरण ने अपनी मां के फोन पर सम्पर्क कर 2 वर्षीय बेटे के बारे में पूछा था। एक दस्ता गोंदिया रवाना हुआ। इसके बाद फोन बंद हो गया। दोपहर को दोनों विदर्भ एक्सप्रेस ट्रेन में सवार होकर मुंबई भागने वाले थे। दोनों लोकल डिब्बे में सवार होकर नागपुर स्टेशन पार कर चुके थे। वर्धा में दोबारा किरण ने मां को फोन कर बेटे के बारे में पूछा और जल्दी ही घर आने की जानकारी दी। पुलिस ने उस रूट की ट्रेनों का पता लगाया। अकोला लोहमार्ग पुलिस को विदर्भ एक्सप्रेस की जांच करने को कहा गया। अकोला स्टेशन पर दोनों पुलिस के हाथ लगे। मंगलवार को उन्हें न्यायालय में पेश कर पुलिस हिरासत ली गई। इस मामले में मानसिंह की पत्नी उर्वशी की भूमिका भी संदेहास्पद है। तीन दिन तक घर में लाश पड़ी रही और उर्वशी को इसकी भनक तक नहीं लगा आश्चर्य की बात है।