छिंदवाड़ाPublished: Dec 05, 2019 11:58:15 pm
arun garhewal
शिक्षक अन्य कार्यों के बोझ तले दबा हुआ है ।
शिक्षा के गिरते स्तर पर बहस
छिंदवाड़ा. रामाकोना. प्रदेश में शिक्षा का स्तर गिरता जा रहा है, शालाएं शिक्षक विहीन है, मध्याह्न भोजन में गड़बड़ी हर दूसरे दिन अखबारों ही हेंडिंग बनती है, शिक्षकों को अध्यापन कार्य से वंचित कर उन्हें अन्य शासकीय कार्यों में झोंक दिया जाता है, शिक्षक अन्य कार्यों के बोझ तले दबा हुआ है ।
प्रदेश की शाला, ं भवन संसाधन, बाउंड्री वाल, प्रायोगिक सामग्री, बिजली, पानी की समस्याओं से जूझ रही है। हद तो तब हो गई जब सरकार ने कक्षा दसवीं में बेस्ट ऑफ फाइव योजना लाकर बच्चों का ध्यान शिक्षा से हटाकर उनका भविष्य अंधकार में ढकेल दिया है। इस विषय पर विपक्ष ने सरकार को जमकर घेरा और शिक्षा व्यवस्था में सुधार विधेयक सरकार के साथ मिलकर पारित भी कराया।
छात्र-छात्राओं को संसदीय पद्धति एवं प्रक्रिया से अवगत कराने के उद्देश्य पं. कुंजीलाल दुबे राष्ट्रीय संसदीय विद्यापीठ भोपाल एवं राष्ट्रीय सेवा योजना इकाई शासकीय उ.मा. विद्यालय रामाकोना के तत्वाधान में बुधवार को युवा संसद का आयोजन किया गया जिसमें छात्र-छात्राओं ने विधायक बनकर अपने क्षेत्र विशेष की समस्याओं की ओर ना केवल सरकार का ध्यान खींचा बल्कि शिक्षा व्यवस्था में सुधार एवं जनसंख्या स्थिरीकरण विधेयक को सरकार के साथ मिलकर पारित भी कराया। इसके अलावा किसान कर्ज माफी,पुरानी पेंशन योजना लागू करना, वन्यजीवों के हमले, शिक्षकों पर अतिरिक्त कार्यों का बोझ, अवैध उत्खनन, लचर चिकित्सा व्यवस्था, प्रदेश में अपराधों की बढ़ती संख्या, अंधश्रद्धा अंधविश्वास पर कठोर कानून बनाने जैसे विषयों पर सरकार और विपक्षी सदस्यों में तीखी बहस हुई।