पोस्टमार्टम में हुई देरी...परिजन ने किया ऐसा काम कि आ गई पुलिस, जानें वजह
- कलेक्टर के दिए आदेश का भी नहीं हुआ पालन, मोहखेड़ से बुलाए गए चिकित्सा अधिकारी

छिंदवाड़ा/ जिला अस्पताल में पोस्टमार्टम को लेकर हुई देरी से मृतकों के परिजन आक्रोशित हो गए तथा परिसर में जमकर हंगामा किया। इतना ही नहीं लोगों को शांत करने के लिए पुलिस बुलानी पड़ी तथा समझाइश के बाद लोगों का गुस्सा शांत हुआ। बताया जाता है कि मोहखेड़ ब्लाक में हुई तीन घटनाओं में हुई मौत की वजह स्पष्ट करने के लिए शवों को जिला अस्पताल लाया गया था। लेकिन मोहखेड़ का मामला होने से जिला अस्पताल के किसी भी डॉक्टर ने पोस्टमार्टम नहीं किया, जिसके चलते देरी हुई।
लोगों के विरोध के बाद मोहखेड़ से चिकित्सा अधिकारियों को बुलाया गया और पोस्टमार्टम किया गया। मिली जानकारी के अनुसार मृतकों में शिवलाल ढाना निवासी एक व्यक्ति आकाशीय बिजली की चपेट में आया, दूसरा उमराना नाला निवासी फांसी के फंदे में झूलकर मरा तथा तीसरे लालबाग निवासी है, जो कि ईमलीखेड़ा के पास रोड एक्सीडेंट में मरा है।
क्लास-1 अधिकारी को आना पड़ा -
जिला अस्पताल के डॉक्टरों ने शवों का पोस्टमार्टम नहीं किया और परिजन के हंगामे को शांत करने मोहखेड़ बीएमओ डॉ. केएस बजाज तथा डॉ. सरकार को आना पड़ा। बताया जाता है कि बीएमओ डॉ. बजाज क्लास-1 चिकित्सा अधिकारी है।
कलेक्टर के आदेश की अवहेलना -
जिला अस्पताल पहुंचने वाले सभी शवों का पोस्टमार्टम जिला अस्पताल के डॉक्टर ही करेंगे। ऐसी व्यवस्था बनाने के निर्देश कलेक्टर सौरभ कुमार सुमन ने दिए थे तथा सीएमएचओ और सिविल सर्जन को इसके परिपालन की जिम्मेदारी भी सौंपी थी। इसके बावजूद स्थिति में कोई सुधार नहीं हुआ है।
ऐसा नहीं है व्यवस्था बनाकर किया गया काम -
ऐसा नहीं है, काम अधिक होने पर डॉक्टरों की व्यवस्था बनाकर सभी शवों का पोस्टमार्टम कर दिया गया है।
- डॉ. पी. कौर गोगिया, सिविल सर्जन
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