छिंदवाड़ा

Delimitation: इन गांवों को पांढुर्ना से हटाकर मोहखेड़ में शामिल करने की मांग

ग्रामीणों ने कलेक्टर को ज्ञापन सौंपकर दिलाया ध्यान, कहा-मोहखेड़ से अधिक नजदीक

छिंदवाड़ाJan 22, 2022 / 10:59 am

prabha shankar

GIS survey

छिंदवाड़ा। पंचायतों के परिसीमन की चल रही प्रक्रिया के बीच ग्रामवासियों ने कलेक्टर को ज्ञापन प्रेषित कर ग्राम पंचायत काराघाट कामठी एवं पलासपानी को पांढुर्णा तहसील से हटाकर मोहखेड़ में शामिल करने की मांग की। उन्होंने कहा कि उनकी पंचायतें मोहखेड़ के अधिक नजदीक है।

काराघाट कामठी के उप सरपंच एवं पलासपानी के बुगरेश धुर्वे ने संयुक्त रूप से जानकारी देते हुए बताया कि पांढुर्ना तहसील के अन्तर्गत ग्राम पंचायत काराघाट कामठी एवं पलासपानी आती हैं जिसमेें काराघाट कामठी के मतदाताओं की संख्या 1570 एवं पलासपानी ग्राम के 1100 है। ये दोनों पंचायत गरीब आदिवासी किसान एवं आदिवासी बाहुल्य ग्राम पंचायत है। तहसील पांढुरना मुख्यालय से ग्राम पंचायत काराघाट कामठी की दूरी 70 किमी एवं पलासपानी की दूरी 85 किमी है। इसके मजरे टोले छिन्दबोह, नोनछापर की दूरी 90 किमी है । इस पंचायत में निवासरत ग्रामीणों को सबसे ज्यादा परेशानी कन्हान नदी पर पुल न होने के कारण आवागमन में हो रही है। तहसील मोहखेड़ से ग्राम पंचायत पलासपानी की दूरी 18 किमी मात्र है। इन दोनों ग्राम पंचायत में निवासरत ग्रामीणों को अपने पूरे जनपद पंचायत से सम्बंधी कार्य एवं तहसील स्तर के सभी कार्य करवाने के लिए पांढुर्ना जाना पड़ता है।

अलग पंचायत बनाने की मांग
गोंडवाना महासभा के जिलाध्यक्ष प्रहलाद सिंह कुसरे के नेतृत्व में विकासखण्ड तामिया के आदिवासी बहुल ग्राम पंचायत चोपना एवं झिरपानी के ग्रामवासियों ने कलेक्टर कार्यालय पहुंचकर ज्ञापन सौंपा और अलग से पंचायत बनाने की मांग की। ग्रामीणों ने बताया कि ग्राम पंचायत चोपना में शामिल ग्राम झिरपानी पंचायत क्षेत्र से लगभग 15 किमी की दूरी पर स्थित है, एवं चोपना और झिरपानी के बीच हरद नदी है। ग्रामवासियों को अपनी छोटी-छोटी समस्याओं को लेकर बारिश के समय में नदी पार करके जाना पड़ता है।

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