छिंदवाड़ा

बेसहारा मां ने रोते-रोते तोड़ा दम, जानें वजह

विडम्बना: सर्जिकल विभाग के सामने दो दिनों से कुर्सी पर लेटी थी, पथराई आंखों से इंतजार में रोते-रोते उड़ गए ‘मां’ के प्राण पखेरू

छिंदवाड़ाOct 15, 2018 / 11:19 am

Dinesh Sahu

Destroyed mother crying and crying, cause reason

छिंदवाड़ा. अपनों की बेरुखी से मानवता को शर्मशार कर देने वाली एक और घटना सामने आई है। पिछले दो दिनों से जिला अस्पताल के सर्जिकल विभाग के सामने बनी सीमेंट की बैठक (कुर्सी) पर लेटी एक वृद्ध महिला ने अपनों का इंतजार करते-करते रविवार शाम 4.15 बजे दम तोड़ दिया। विभाग के एक वार्ड ब्वॉय ने बताया कि महिला पिछले कुछ दिनों से बैठक में पड़ी हुई थी।
 

काफी बीमार और अकेला समझ आने पर उसे फीमेल मेडिकल वार्ड में भर्ती किया गया। करीब आधा घंटा भर्ती रहने के बाद उसकी मौत हो गई। इसकी जानकारी उन्होंने जिला अस्पताल पुलिस चौकी को दी है। फिलहाल शव को शवगृह में रखवाया गया है तथा पुलिस मामले की जांच कर रही है। बताया जाता है कि महिला काफी समय से बीमार चल रही थी, शायद इसी वजह से महिला को परिजन छोड़ कर भाग गए थे, लेकिन मां को अपने बच्चों के लौटने का इंतजार था।

लगातार आंखों से बह रहा था ‘नीर’


एक ओर दुनिया नवरात्र पर मां शक्ति की आराधना में डूबी हुई है तो वहीं दूसरी ओर जन्म देने अपनी मां को बेसहारा छोडक़र उनकी संतान चली गई है। करीब 45 वर्ष की उम्र की महिला पहनावे से एक अच्छे घर से सम्बंधित नजर आ रही थी। वृद्ध महिला की आंखों से आंसू लगातार बह रहे थे। शायद उसे इस बात का आभास हो चुका था कि जिनके लौटने का इंतजार वह कर रही थी, वे लौटकर नहीं आएंगे।
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