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अमरनाथ में मची तबाही, श्रद्धालुओं की जुबानी आसमानी आफत की कहानी

locationछिंदवाड़ाPublished: Jul 09, 2022 10:13:32 am

Submitted by:

Subodh Tripathi

बाबा अमरनाथ बर्फानी की गुफा के समीप बादल फटने से भारी तबाही मच गई है, कई लोगों की मौत होने के साथ दर्जनों लोग घायल हो गए हैं.

अमरनाथ में मची तबाही, आसमान से आई आफत, कई लोगों की मौत, प्रदेश से भी गए हैं हजारों श्रद्धालु

अमरनाथ में मची तबाही, आसमान से आई आफत, कई लोगों की मौत, प्रदेश से भी गए हैं हजारों श्रद्धालु

छिंदवाड़ा. बाबा अमरनाथ बर्फानी की गुफा के समीप बादल फटने से भारी तबाही मच गई है, कई लोगों की मौत होने के साथ दर्जनों लोग घायल हो गए हैं, बताया जा रहा है कि बादल फटने का असर करीब दो किलोमीटर दूर तक नजर आ रहा है, चूंकि मध्यप्रदेश से भी हजारों की तादात में श्रद्धालु दर्शन करने के लिए अमरनाथ पहुंचे हैं, ऐसे में उनके परिजनों को भी चिंता होने लगी है, हालांकि प्रदेश से अभी तक किसी क हताहत होने की खबर नहीं आई है।

जानकारी के अनुसार बाबा अमरनाथ की गुफा के समीप बादल फटने से १३ लोगों की मौत हो गई है, बादल गुफा के पास से करीब दो किलोमीटर दूर तक फटे हैं, सूचना मिलते ही एनडीआरएफ और एसडीआरएफ की टीम राहत कार्य में जुट गई है।
आसमान से आई इस आफत के चलते वहीं टैंट में रह रहे लोग भी डरे हुए हैं, कई लोगों के घायल होने के बाद उन्हें उपचार के लिए अस्पताल ले जाया गया है, वहीं लोगों को खुले क्षेत्र से सुरक्षित क्षेत्र में पहुंचाने का काम युद्ध स्तर पर चल रहा है। चूंकि वहां के रास्ते काफी पथरीले हैं, ऐसे में वहां से बाहर निकलने में भी लोगों को काफी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है।

फुल हो गए टैंट, नहीं बची रूकने की जगह
अमरनाथ में शुक्रवार शाम को हुई घटना के बाद से लगातार राहत कार्य चल रहा है, छिंदवाड़ा से गए श्रद्धालुओं ने बताया कि लोग सुरक्षित जगह पर जा रहे हैं, वहां स्थित सभी टैंट फुल हो चुके हैं, सभी श्रद्धालुओं को एक साथ रहने के निर्देश स्थानीय प्रशासन द्वारा दिए गए हैं, किसी को भी अकेला कहीं जाने नहीं दिया जा रहा है।

अमरनाथ यात्रा पर गए प्रदेश के हजारों लोग फंस गए हैं। बादल फटने के बाद हुई घटना के कुछ चश्मदीद हैं तो कई घटना से कुछ देर पहले ही घटनास्थल से निकल चुके थे। यात्रा पर गए श्रद्धालुओं ने यात्रा का पूरा वृतांत पत्रिका से साझा किया। उनके शब्दों में एक ओर भगवान के प्रति आस्था का भाव दिखा तो दूसरी ओर डर का भी अहसास हुआ। इस दु:खद घटना के बीच राहत की यह बात है कि प्रदेश से गए तकरीबन लोग सुरक्षित हैं।

श्रद्धालुओं की जुबानी जानिए घटना की पूरी कहानी…

जबलपुर : शेषनाग में फंसे तीस यात्री

मिलौनीगंज से 30 यात्रियों का जत्था यात्रा पर है। इसमें शामिल विनोद कोष्टा ने बताया, सभी सुरक्षित हैं। सभी 30 लोग शेषनाग के पास ठहर गए हैं। इधर, अंकित ने फेसबुक पर लिखा- जो मेरे साथ यात्रा में हैं, वे भी फंस गए हैं। कई लोग लापता हो गए। आप सब दुआ करें। हम सब अच्छे-अच्छे घर पहुंच जाएं।
हेल्पलाइन नंबर

जम्मू कश्मीर प्रशासन ने हेल्पलाइन स्थापित की है। इन नंबरों पर संपर्क कर लोग जानकारी प्राप्त कर सकते हैं।

एनडीआरएफ: 011-23438252, 011-23438253

कश्मीर संभागीय हेल्पलाइन: 0194-2496240

श्राइन बोर्ड हेल्पलाइन:0194-2313149
इंदौर के 135 लोगों का जत्था अमरनाथ यात्रा पर है। कई लोग शुक्रवार दोपहर 2.30 से 3 बजे पहाड़ से नीचे उतरे और करीब तीन घंटे बाद 6.12 बजे बादल फटने की सूचना आई। खजराना के एडवोकेट राकेश पालीवाल व उनके साथी शुक्रवार रात बालटाल के टेंट में रुके थे। वे 26 साल से अमरनाथ यात्रा पर आ रहे हैं। इस बार काफी परेशानी हुई। 150 इंदौरी लोगों का जत्था अमरनाथ यात्रा पर आया। 15 लोग दर्शन कर लौट गए। रात व दोपहर में अन्य लोग भी दर्शन कर बालटाल आ गए। मौसम खराब था। शाम को बादल फटे। सभी को टेंट में रहने कहा गया। अमरनाथ गुफा के मुख्य पुजारी पं. दीनदयाल शर्मा ने बताया, बादल फटने से बहाव तेज हो गया। इसमें कई बह गए।
कुछ लौटे, कुछ दर्शन करेेंगे, पर सब सुरक्षित

राजगढ़ के लोकेश गर्ग ने बताया, वे दर्शन कर लौट चुके हैं। इसके बाद हादसा हुआ है। खुजनेर से शीतल गुप्ता साथियों के साथ यात्रा पर हैं, लेकिन वे सुरक्षित हैं। नरसिंहगढ़ के रोहित नागर यात्रा कर सकुशल घर पहुंचने वाले हैं। इधर, यात्रा से लौटे बैतूल के श्रद्धालु अमरनाथ यात्रा कर बैतूल से गए 11 लोगों का जत्था शुक्रवार को लौट आया। इधर, भोपाल के श्रद्धालु ने बताया, गुफा के नीचे टेंट के पास रुका था। शाम को जोरदार धमाका हुआ। पहाड़ों से पानी के साथ मलबा आ रहा था। आवाज इतनी तेज थी कि हम कांपने लगे। मेरा टेंट बहाव की दूसरी दिशा में था, इसलिए एक तरफ वाले टेंट बच गए।
आधे घंटे बाद बहाव कम हुआ तो टेंट उखड़े पड़े थे। कई लोग घायल थे।

छिंदवाड़ा : ऐसा लगा मानो मौत सामने खड़ी है

हादसे के समय छिंदवाड़ा के सौंसर बेरडी के आशीष चांडक गुफा से दो किमी दूर थे। उन्होंने बताया कि हादसा शाम लगभग साढ़े पांच बजे अमरनाथ गुफा के पास हुआ। हमलोग करीब दो किमी दूर थे। भगदड़ मच गई। पहले तो समझ नहीं आया कि क्या हो रहा है? सबके चेहरे पर मौत का खौफ था। बस, वे भागे जा रहे थे। तभी सेना के जवानों ने हमें पंचतरणी लौटने को कहा। उन्हीं से पता चला, बादल फटे हैं और पानी में कई यात्री बह गए हैं। यह सुनते ही हमारे हाथ-पांव फूल गए। हम लोग पंचतरणी लौट रहे हैं।
https://twitter.com/drnarottammisra/status/1545442949344833536?ref_src=twsrc%5Etfw

छिंदवाड़ा/सौंसर. नगर की संस्था श्री शिवराय युवा शक्ति संगठन के 28 युवाओं का जत्था रविवार को बाबा बर्फानी के दर्शन के लिए अमरनाथ रवाना हुआ। जुलाई माह की शुरूआत के साथ ही महादेव दर्शन के लिए भक्त विभिन्न तीर्थ स्थलों पर जा रहे हैं। इस दौरान सौंसर नगर से 28 युवाओं का जत्था नागपुर से होते हुए अमरनाथ के लिए रवाना हुआ। नागरिकों ने तिलक लगा कर युवाओं को रवाना किया। यात्रियों ने छत्रपति शिवाजी महाराज चौक पर शिवाजी की पूजा अर्चना की। पूरा चौक परिसर हर -हर महादेव से गूंज उठा।

https://twitter.com/ChouhanShivraj/status/1545410934558310402?ref_src=twsrc%5Etfw
संगठन अध्यक्ष प्रदीप बिघाने, कैलाश सिंग ने बताया कि नगर से कई युवा वर्ष 2013 से लगातार यात्रा पर जा रहे थे, कोरोना काल में यात्रा बंद रही। युवा 6 जुलाई से पहलगाम से पद यात्रा की शुरुआत कर 8 जुलाई को बाबा बर्फानी के दर्शन करेंगे । ग्राम पंचायत डुंगरिया व कोल्हिया से भक्तों का जत्था बाबा बर्फानी के दर्शन के लिए अमरनाथ रवाना हुआ। डुंगरिया से अमरनाथ जाने वाले यात्रियों ने इसके लिए पहले ही पंजीयन करा लिया था। अमरनाथ जाने वाले श्रद्धालुओं को रेलवे स्टेशन पर फूल माला पहनाकर रवानगी दी गई। भक्त पातालकोट ट्रेन से रवाना हुए। इनमें वीरेंद्र पंड्या ,भूपेंद्र सिंह ठाकुर, अमर लाल कहार, दिनेश बन्ना रे , कली यदुवंशी ,लक्ष्मण सिंगर, बाबू विश्वकर्मा, श्याम साहू शामिल हैं। शासकीय महाविद्यालय जुन्नारदेव में राष्ट्रीय सेवा योजना छात्रा इकाई ने परिसर की सफाई के बाद पौधरोपण किया। इस दौरान महाविद्यालय परिसर में 50 से अधिक पौधे लगाने के बाद इन्हें संरक्षित रखने की शपथ ली गई। विश्व पर्यावरण दिवस के पूर्व कॉलेज परिसर में औषधीय पौधे नीम, तुलसी,जामुन, एलोवेरा, आंवला, जाम, आम सहित विभिन्न किस्मों के पौधे रोपित किए गए। कार्यक्रम छात्रा इकाई अधिकारी डॉ रश्मि नागवंशी के निर्देशन में संपन्न हुआ।

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