scriptसीएम के शहर में विकास कार्य ठप, यह है वजह | Development work in the city of CM stalled | Patrika News

सीएम के शहर में विकास कार्य ठप, यह है वजह

locationछिंदवाड़ाPublished: Jan 23, 2019 11:49:41 am

Submitted by:

Rajendra Sharma

ठेकेदारों का आठ करोड़ रुपए बकाया होने से अधर में अटके निर्माण

chhindwara nagar nigam

Gift given to Daily wage staff

नगर निगम: गरमाई भाजपा-कांग्रेस के पार्षदों की राजनीति, कार्यपालन यंत्री के सामने रोया दुखड़ा
छिंदवाड़ा. नगर निगम में सीसी रोड, नाली, पुल-पुलिया बनाने वाले ठेकेदारों के करीब आठ करोड़ रुपए के अधिक के भुगतान बकाया हो गए हैं। लगातार चक्कर लगाने के बाद भी इस भुगतान को करने में जब निगम अधिकारियों ने रुचि नहीं ली तो उन्होंने शहर के वार्डों में निर्माणाधीन काम ठप कर दिया। इससे क्षेत्रीय पार्षद आम जनता के आ रहे दबाव से बैचेन हो गए हैं। कांग्रेस और भाजपा के पार्षदों ने अलग-अलग निगम के नए कार्यपालन यंत्री ईश्वर सिंह चंदेली से मुलाकात की और अपना दुखड़ा रोया। इससे निगम की राजनीति दिन भर गर्म रही।
निगम में इस समय 50 से अधिक ठेकेदार पिछले एक साल से अधिकारियों की निरंकुशता से भुगतान में हो रही लेटलतीफी से परेशान हो गए हैं। पूजा-पाठ कर भी दिए तो भी कई माह लटकना पड़ता है। पिछली शिवराज सरकार के समय भी यही स्थिति बनी रही। सत्ता परिवर्तन के बाद कुछ आशाएं बंधी, उन भी तुषारापात होने लगा है। हालात ये हो गए कि ज्यादातर ठेकेदारों को सीसी रोड, नाली, पुलिया समेत अन्य सौंदर्यीकरण के निर्माण कार्य अधूरे छोडऩे पड़े। निगम की स्थिति इतनी बदतर हो गई कि ठेकेदार छोटे-छोटे मरम्मत के काम करने से कतराने लगे हैं। कुछ ठेकेदारों ने निगम कार्यालय आना छोड़ दिया। कुछ ने तो गणतंत्र दिवस समारोह के पुताई, मंच तैयार करने जैसे छोटे काम भी करने से मना कर दिया। उनका कहना है कि जानबूझकर आठ करोड़ रुपए से अधिक का भुगतान रोका गया है। इससे निगम अधिकारियों की नियत पर संदेह होने लगा है।
कार्यपालन यंत्री के सामने रोए पार्षद

निगम में मंगलवार को ठेकेदारों के भुगतान न होने और शहर के वार्डों के निर्माण कार्य ठप पड़ जाने को लेकर राजनीति सरगर्म रही। पहले कांग्रेस पार्षदों का दल नवागत कार्यपालन यंत्री ईश्वर सिंह चंदेली से मिला। कांग्रेस पार्षद अपने वार्ड के निर्माण कार्यों के भुगतान का दबाव बनाते रहे। इसकी खबर मिलते ही भाजपा पार्षदों का दल भी चंदेली से मिलने पहुंच गया। फिलहाल कार्यपालन यंत्री ने पेयजल प्रोजेक्ट के बाद इस पर ध्यान देने तथा उनके आने के बाद निर्माण कार्यों की फोटो के साथ फाइल लाने की बात कही। पार्षदों के साथ चर्चा के सवाल पर उन्होंने कहा कि उनके पास केवल एक लाख रुपए के निर्माण कार्य के अधिकार हैं। पार्षदों ने परिचय के साथ अपनी बातें रखी है।
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