छिंदवाड़ाPublished: Mar 24, 2019 05:40:11 pm
arun garhewal
ढोलक, मंजीरे, झांझर, चिमटा और घंटे की मधुर आवाज ने नगर के होली वातावरण में भक्ति रंगों की मिठास घोल दी।
संकीर्तन यात्रा में जुटे श्रद्धालु
छिंदवाड़ा. जुन्नारदेव . नगर में श्रीराम का प्रतिदिन अलसुबह राग जपने वाली श्री राम संकीर्तन समिति नगर में धर्म और धार्मिक परम्परा को जीवित रखे हुए है। नगर में अलसुबह श्रीराम का राग करते हुए लोगों के कानों में भगवान की भक्ति के गीतों का अमृत रस घोलने वाली संकीर्तन समिति द्वारा होली की इस अनूठी परंपरा को परवान चढ़ाते हुऐ संकीर्तन समिति ने श्रीराम एवं हनुमान के श्री चरणों मे रंग गुलाल भेंट करने एवं संकीर्तन समिति के सदस्यों एवं नागरिकों को तिलक लगाकर राम रंग मे रंगी श्रीराम संकीर्तन समिति ने प्रात: आठ बजे हनुमान मंदिर से संकीर्तन करते और रंग गुलाल से सराबोर होली यात्रा का आरम्भ किया। केशरिया भगवा ध्वज के पीछे अनुशासन बद्ध समिति सदस्यों द्वारा सस्वर राम भक्ति से पगे भजनों का गायन ढोलक, मंजीरे, झांझर, चिमटा और घंटे की मधुर आवाज ने नगर के होली वातावरण में भक्ति रंगों की मिठास घोल दी। नगर भ्रमण के दौरान जगह-जगह पर महिलाओं पुरुषों और बच्चों ने अपने -अपने घरों के सामनेे निकल रही इस टोली का गुलाल तिलक लगाकर संकीर्तन होली यात्रा का स्वागत किया ।
इस अवसर पर संकीर्तन सदस्य सुरेश सोनी, एस के सहाय, झनकलाल सोनी, ठाकुर साहब, पूनाराम मालवीय, सुखराम डहेरिया, राजेंद्र नामदेव, नन्हे कहार, डाँन बंदेवार, नीतेश, संजय बंदेवार, हेमंत सोनी, गोविंद घंडोरे एवं अन्य नागरिकों ने सहयोग दिया।
इनके द्वारा होली के पर्व से ही तैयारी शुरू कर दी जाती थी। मंजीरा आदि टोली के पास स्थायी रूप से रहता था। फाग गीतों का सिलसिला शुरू होता था जो रंग पंचमी तक चलता है। बुजुर्ग ने बताया कि पहले फाग टोली की वजह से खंडेरा के पास में शाम होते ही नगाड़ों की थाप सुनाई देती थी।