पुलिस अधीक्षक विवेक अग्रवाल ने बताया कि 20 मई की रात को किसान जगदीश पाल ने कुसमैली कृषि उपज मंडी में अनाज बेचा था। उसे रुपए गिनते हुए राहुल उर्फ विक्की वर्मा निवासी मरकाहांडी थाना चौरई ने देखा था। मूल रूप से राहुल ट्रैक्टर से व्यापारियों अनाज मंडी तक पहुंचाने का कार्य करता था। वह किसान का अनाज भी अपने ही ट्रैक्टर से लेकर आया था। राहुल के पास रुपए नहीं थे उसने तत्काल अपने अन्य साथियों के साथ मिलकर लूट की योजना तैयार की। राहुल अपने अन्य पांच साथियों के साथ घात लगाए बैठा था। किसान जैसे ही रुपए लेकर घर के लिए निकाला उसे रास्ते में रोका और आंखों में लाल मिर्च पाउडर डालकर उसे लूट लिया। किसान के पास उस समय 4 लाख 8 हजार रुपए थे। बदमाश रुपए छीनकर फरार हो गए। पीडि़त किसान की रिपोर्ट पर धमरटेकड़ी चौकी पुलिस में अज्ञात के खिलाफ लूट का अपराध दर्ज किया गया। पुलिस ने आरोपियों की तलाश शुरू की। सबसे पहले सीसीटीवी फुटेज खंगाले गए जिसमें राहुल का चेहरा नजर आया जिसके आधार पर मंडी से ही पूछताछ शुरू की गई। आरोपी को उसके घर से हिरासत में लेकर सख्ती से पूछताछ की तो उसने अपने अन्य पांच दोस्तों के साथ लूट कारित करना स्वीकार किया।
छह आरोपियों ने दिया था वारदात को अंजाम
पुलिस अधीक्षक अग्रवाल ने बताय कि वारदात को अंजाम पुनीत वर्मा (19), अनिल वर्मा (18), राहुल उर्फ विक्की वर्मा (20), विकास उर्फ विक्की वर्मा (19) सभी निवासी ग्राम मरकाहांडी थाना चौरई, जालिम वर्मा (26) एवं विनोद वर्मा (26) दोनों निवासी ग्राम गुमगांव थाना चांद ने मिलकर दिया था। सभी को गिरफ्तार कर उनके कब्जे से लूट की शेष रकम 3 लाख 97 हजार 500 रुपए। वारदात के समय इस्तेमाल किए गए 6 नग मोबाइल, 2 बाइक, लोहे की राड, मिर्च पाउडर और एक काले रंग का बैग जब्त किया है। वारदात के खुलासे में पुलिस अधीक्षक अग्रवाल की गठित टीम के सदस्य सीएसपी संतोष डेहरिया, निरीक्षक राकेश भारती, देहात थाना के प्रभारी टीआइ उपनिरीक्षक महेंद्र भगत, धरमटेकड़ी चौकी प्रभारी एकता सोनी एवं साइबर सेल के कर्मचारी सहित कुण्डीपुरा थाना के स्टॉफ की अहम भूमिका रही है।