छिंदवाड़ा

डीजल बचाने के चक्कर में होते हैं हादसे

कोयला परिवहन करने के लिए हाइवा और बड़े डंपरों का उपयोग

छिंदवाड़ाApr 22, 2019 / 04:52 pm

sunil lakhera

डीजल बचाने के चक्कर में होते हैं हादसे

परासिया. पेंच क्षेत्र की खदानों से प्रतिदिन सैकडों ट्रक कोयला लेकर सारणी थर्मल पावर स्टेशन जाते है। अधिक कोयला परिवहन करने के लिए हाइवा और बड़े डंपरों का उपयोग किया जाता है। आबादी वाले इलाकों में घुमावदार मोड़ होने तथा संकरे रास्ते के कारण दुर्घटना की आशंका बनी रहती है। ट्रांसपोर्टर अधिक ट्रिप के लिए चालकों को बोनस का प्रलोभन देते है जिसके कारण चालक तेज गति से वाहन चलाते है।
बडक़ुही मे पिछले तीन वर्षों में ट्रक पलटने की चार घटनाएं हो चुकी है। पिछले वर्ष भमोड़ी बस स्टैण्ड में कोयला से भरे ट्रक ने चार दुकानों को क्षतिग्रस्त करते हुए पलट गया था। सौभाग्यवश घटना देर रात की थी अन्यथा बड़ी जनहानि होने से इनकार नहीं किया जा सकता। दुर्घटनाओं का सबसे बड़ा कारण डंपर तथा ट्रकों को रोल करना है इसमें डीजल बचाने के चक्कर में वाहन का इंजन बंद कर दिया जाता है।
बडक़ुही टेक से चिमनी गुलाई, चर्च से भमोड़ी भाजीपानी तक रोल किया जाता है इसके अलावा कई ऐसे क्षेत्र है जहां चालक रोल करते है इस स्थिति में इमरजेंसी में तत्काल ब्रेक नहीं लग पाते है और कई बार चालक वाहन से नियंत्रण खो देते है लेकिन पुलिस ने कभी भी वाहनों को रोल करने पर कोई कार्रवाई नहीं की है।

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