जेल में पर्याप्त जगह नहीं होने के कारण कुछ माह पहले ही जिला जेल से 60 बंदियों को जबलपुर एवं नरसिंहपुर जेल भेजा गया था, इसके बाद भी स्थिति जस की तस बनी हुई है। क्षमता से अधिक बंदी होने के कारण अधिकारियों और कर्मचारियों को तमाम तरह की परेशानियों का सामना करना पड़ता है। जेल प्रबंधन लम्बे समय से क्षमता से अधिक बंदियों की समस्या से जूझ रहा। सिवनी बायपास पर बन रहे जेल कॉम्प्लेक्स से अधिकारियों और कर्मचारियों को काफी उम्मीदें थे, क्योंकि यहां पर्याप्त जगह के साथ तमाम सुविधाएं भी मुहैया हो जाती, लेकिन फिलहाल वह पूरी होती नजर नहीं आ रही है। पर्याप्त जगह कब तक मिलेगी यह अभी तक तय नहीं हुआ है फिलहाल जिला जेल के अधिकारी और कर्मचारी किसी तरह काम चला रहे हैं। संक्रमण जैसी बीमारियों के फैलने पर डर बना रहता है, क्योंकि बैरक में क्षमता से अधिक बंदी होते हैं।
470 बंदियों की है क्षमता
जिला जेल में 450 पुरुष और 20 महिला बंदियों को रखने के लिए पर्याप्त जगह है। इस संख्या से जब भी अधिक होती है अधिकारियों की परेशानी बढऩी शुरू हो जाती है। वर्तमान में जिला जेल के अंदर 725 बंदी है। यह आंकड़ा तब है जब यहां से 60 बंदियों को जबलपुर और नरसिंहपुर जेल भेजा जा चुका है। पहले आंकड़ा 785 का था वो भी कोरोना संक्रमण के दौरान।
क्षमता से अधिक है बंदी
जिला जेल में 450 पुरुष बंदी एवं 20 महिला बंदी के लिए पर्याप्त जगह है। फिलहाल जेल में 725 बंदी है, जिसके कारण परेशानियों का सामना तो करना पड़ रहा है।
-यजुवेन्द्र बाघमारे, जेल अधीक्षक, छिंदवाड़ा