राज्य शासन ने भले ही ओपीडी में डॉक्टरों के बैठने का समय निर्धारित कर दिया हो, लेकिन जिला अस्पताल में डॉक्टरों की ड्यूटी से गायब रहने की शिकायत बनी हुई है। अस्पताल की प्रथम मंजिल में ओपीडी में ड्यूटी में तैनात ज्यादातर डॉक्टर दोपहर 12 बजे के बाद गायब हो जाते हैं। मेडिकल कॉलेज डीन ने भी ओपीडी का निरीक्षण करना बंद कर दिया है। इससे डॉक्टरों के हौसले बुलंद हैं। सरकार की ये नई व्यवस्था में डॉक्टर शाम की ओपीडी में बैठ पाते हैं या नहीं, ये देखना होगा।
– सामान्य दिनों के साथ-साथ रविवार एवं अन्य अवकाश के दिनों में जिला अस्पताल, सिविल अस्पताल में आपातकालीन सेवाएं 24 घण्टे जारी रहेगी।
– दो दिवस का अवकाश निरंतर होने की स्थिति में द्वितीय अवकाश के दिन ओपीडी प्रात: 9 से 11 बजे तक खुली रहेगी ।
– टरनिटी ङ्क्षवग में भी राउंड द क्लॉक स्त्री रोग विशेषज्ञ एवं महिला चिकित्सा अधिकारियों की ड्यूटी लगाई जाएगी।
– शिशु रोग विशेषज्ञों के चार पद स्वीकृत हैं। ये सभी व एससीयू में पदस्थ समस्त चिकित्सक अनिवार्यत: शिफ्ट डयूटी करेंगे।
– पैथोलॉजी, एक्सरे एवं बायोकेमिकल विभाग में परीक्षण, जांच विभाग प्रात: आठ बजे से दोपहर 3 बजे तक खुला रहेगा। जिन चिकित्सालयों में तीन से अधिक लैब टेक्निशियन पदस्थ हैं वहां सेम्पल कलेक्शन सेंटर बढ़ाए जाएंगे।
– अस्पताल के बाहर ओपीडी कक्ष एवं जांच कक्ष का साइनेज बोर्ड आवश्यक रूप से स्थापित किया जाएगा।