DIWALI GIFT : मिट्टी के दीपक बेचने वालों से नहीं होगी कोई कर वसूली
छिंदवाड़ाPublished: Oct 20, 2019 12:42:54 am
कलेक्टर ने पंचायतों और निकायों को दिए निर्देश
दीपक बनाने में जुटा युवक। ,दीपक बनाने में जुटा युवक।
छिंदवाड़ा/ अपने हाथों से मिट्टी से दीपक बनाकर दूसरों की देहरी पर जगमगाहट लाने वाले कलाकारों को इस बार गांव, कस्बों और शहरों में दुकान लगाने पर पंचायत या निकायों को कोई पैसा नहीं देना होगा। वे जितने दिन चाहे इसका व्यापार कर सकते हैं।
कलेक्टर ने शनिवार को एक निर्देश सभी संबंधित विभाग के अधिकारियों को देते हुए कहा है कि इनसे कोई कर की वसूली न की जाए। ध्यान रहे दीपोत्सव को एक सप्ताह शेष रह गया है। बाजार में मिट्टी के दीपक बिकना शुरू हो गए है। कुंभकार परिवारों के छोटे-बड़े बुजुर्ग सभी विभिन्न प्रकार के दीयों को अपने हाथों से बनाकर मुख्य बाजारों में सडक़ों किनारे दुकान लगाकर बैठ गए हैं।
त्योहार के दौरान जिले के हाट बाजारों में इनकी खूब बिक्री होती है। स्थानीय निकाय इनसे दुकान लगाने की एवज में शुल्क वसूलता रहा है। न देने पर उन्हें भगा दिया जाता। इस बाद मिट्टी के दीप का अधिक से अधिक उपयोग लोग करें और इस व्यवसाय को प्रोत्साहन भी मिले, इसके लिए प्रदेश में कई जगहों पर ये निर्णय लिया जा रहा है।
छिंदवाड़ा कलेक्टर डॉ.श्रीनिवास शर्मा ने भी निर्देश दिए हैं कि दीपावली पर इस बार इनकी बिक्री पर जोर दिया जाए और लोग भी इसमें अपना योगदान देकर इनके ही अधिक से अधिक उपयोग को प्रोत्साहित करें। कलेक्टर ने आयुक्त नगर निगम, जिले के सभी राजस्व अनुविभागीय अधिकारियों, तहसीलदारों, सभी जनपद पंचायतों के मुख्य कार्यपालन अधिकारियों और सभी नगरीय निकायों के मुख्य नगरपालिका अधिकारियों से कहा है कि बाजारों में इन्हें असुविधा नहीं हो इसका ख्याल रखा जाए।
जिले के सभी नगरीय निकायों और ग्राम पंचायत क्षेत्र में इनसे किसी प्रकार की कर की वसूली इस बार नहीं करने कहा गया है। मिट्टी के दिए ज्यादा से ज्यादा बिकें और लोग इन्हें खरीदें इसके लिए व्यापक प्रचार-प्रसार भी किया जाए। उन्होंने आदेश का कड़ाई से पालन किया जाना सुनिश्चित करने के संबंधित अधिकारियों को निर्देश दिए हैं।