scriptपैसों की वजह से नहीं दफनाने दिया बेटी का शव, मां लेकर भटकते रही | Do not bury the dead due to the money | Patrika News

पैसों की वजह से नहीं दफनाने दिया बेटी का शव, मां लेकर भटकते रही

locationछिंदवाड़ाPublished: Oct 15, 2018 11:50:11 am

Submitted by:

Dinesh Sahu

मोक्षधाम के शुल्क के लिए नहीं थे पैसे – मासूम के शव को दफनाने के लिए गिड़गिड़ाती रही मां, नगरनिगम आयुक्त को करना पड़ा हस्तक्षेप

Deadbody

डेडबॉडी

छिंदवाड़ा. मोक्षधाम में मृत बच्ची के शव को मात्र पैसों की वजह से दफनाने नहीं दिया जा रहा था। मामले की शिकायत नगर निगम आयुक्त से की गई, जिसके बाद शव वाहन तथा मोक्षधाम की फीस को माफ किया गया। मिली जानकारी के अनुसार जिला अस्पताल से मोक्षधाम तक शव ले जाने के लिए पीडि़त मां राजकुमारी से पांच सौ रुपए लिए गए और गड्ढा खोदने के लिए ७०० रुपए मांगे जा रहे थे। पैसा न होने की वजह से शव दफनाने में काफी देर तक लोगों को इंतजार करना पड़ा। इस संदर्भ में आयुक्त इच्छित गढ़पाले ने बताया कि शिकायत मिली है जांच के आधार पर दोषी व्यक्ति को वहां से हटा दिया जाएगा।

यह था मामला


जिला अस्पताल में लेप्रोटॉमिक नामक गमभीर रोग से पीडि़त मासूम ने रविवार सुबह 5.40 बजे दम तोड़ दिया था। सर्जिकल विभाग के डॉक्टरों की टीम ने मरीज की जान बचाने काफी मशक्कत की, लेकिन वह सफल नहीं हो पाए। दरअसल नगर के सुकलुढाना निवासी 13 वर्षीय काजल पिता हेमराज लेप्रोटॉमिक नामक गम्भीर रोग से पीडि़त थी। उपचार के लिए वह १७ नवम्बर को फीमेल सर्जिकल वार्ड में भर्ती हुई थी।
सर्जन डॉ. एनआर ढाकरिया ने बताया कि बच्ची की हालत काफी गम्भीर थी। उसके पेट की छोटी तथा बड़ी आंतें चिपक गईं थीं और ब्लड सर्कुलेशन भी उचित तरह से नहीं हो पा रहा था। डॉ. ढाकरिया ने बताया कि ट्यूमर या अन्य संक्रमित बीमारी से वह पीडि़त थी। उच्चस्तरीय उपचार के लिए परिजन को सलाह दी गई थी।

बचपन में छूट गया था पिता का साथ


मां राजकुमारी ने बताया कि उसके पिता ने बचपन में ही उन्हें बेसहारा छोड़ दिया था। किसी तरह परिवार का पालन-पोषण करती थी। एक बेटी के सिवाय उसका कोई और नहीं था। पैसों की कमी से वह बेटी का उचित उपचार नहीं करा सकी। हालांकि लोगों की मदद से पूर्व में नागपुर में इलाज हुआ था, लेकिन राहत नहीं मिल पाई।
loksabha entry point

ट्रेंडिंग वीडियो