लक्षण
रैबीज संक्रमण से प्रभावित मरीज आक्रमक हो जाता है तथा अजीब तरह की हरकतें करने लगता है। वहीं पानी को देखकर डरता है, शरीर विभिन्न अंगों में दर्द, बुखार, हाफना तथा लार टपकने लगती है। चिकित्सकों का मानना है कि पानी से डरने की स्थिति काफी गंभीर हो जाती है क्योंकि रैबीज संक्रमण का मस्तिष्क तक पहुंच जाना होता है।
काटने पर प्राथमिक उपचार –
1. श्वान के काटने पर तत्काल 15 मिनट तक साबुन से जख्म को धोना चाहिए।
2.. घाव पर काई भी एंटीसेप्टिक क्रीम, लोशन या दवा लगा लेना चाहिए।
3.. घाव को खुला रखे तथा डे्रसिंग नहीं करना चाहिए।
4.. 12 घंटे के भीतर डॉक्टर को दिखाना चाहिए आदि।
जिला अस्पताल में दर्ज तीन माह के आंकड़े
माह कुल इंजेक्शन कुल मरीज
अप्रैल 582 120
मई 436 90
जून 500 100