scriptDog birth controller agency's contract canceled as soon as the mayor's | महापौर का अनुमोदन आते ही डॉग बर्थ कंट्रोलर एजेंसी का ठेका निरस्त | Patrika News

महापौर का अनुमोदन आते ही डॉग बर्थ कंट्रोलर एजेंसी का ठेका निरस्त

locationछिंदवाड़ाPublished: Jul 15, 2023 09:46:54 pm

Submitted by:

manohar soni

पशु कल्याण बोर्ड से मान्यता न मिलने पर फंसा था मामला, अब नए सिरे से तय होगी एजेंसी

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छिंदवाड़ा. महापौर का अनुमोदन आते ही नगर निगम आयुक्त ने डॉग बर्थ कंट्रोलर एजेंसी जय बगलामुखी संस्था जबलपुर का ठेका निरस्त कर दिया। इस एजेंसी ने पशु कल्याण बोर्ड की मान्यता न मिलने पर एक जून को ही काम करना बंद कर दिया था। अब नए सिरे से टेंडर बुलाकर एजेंसी तय होगी।
चार माह पहले अप्रेल में शहर में श्वान जन्म नियंत्रण कार्यक्रम संचालित करने का टेंडर जय बगलामुखी संस्था जबलपुर को दिया था। एजेंसी ने डॉग को पकड़कर इसकी नसबंदी का काम भी शुरू कर दिया था लेकिन एडब्ल्यूबीआई संस्था से मान्यता न होने की शिकायत की गई थी। एजेंसी एक जून के समय पर मान्यता प्रस्तुत नहीं कर सकी। इसके बाद कार्यादेश निरस्त करने का प्रस्ताव किया गया। पहले यह टेंडर समिति के पास गया। उसके बाद यह अब तक महापौर विक्रम अहके के पास विचाराधीन था। हाल ही में महापौर ने एजेंसी का टेंडर निरस्त करने का अनुमोदन किया। उसके बाद कमिश्नर ने टेंडर निरस्त करने के आदेश जारी किए।
निगम स्वच्छता निरीक्षक अरूण गढ़ेवाल का कहना है कि महापौर का अनुमोदन होने के बाद डॉग बर्थ कंट्रोलर एजेंसी जय बगलामुखी संस्था का टेंडर निरस्त कर दिया गया है। नए सिरे से एजेंसी तय करने पुन: टेंडर करने का रास्ता खुल गया है।
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बारिश में हर दिन हो रहे श्वान के शिकार
मानसून सीजन में आवारा श्वान के काटने की शिकायत बढ़ गई है। जिला अस्पताल में प्रतिदिन २५ से ५० पीडि़त पहुंच रहे हैं। जिला अस्पताल, बस स्टैण्ड, रेलवे स्टेशन, बाजार, सार्वजनिक स्थलों से लेकर गली-मोहल्लों में आवारा श्वान की फौज दिखाई दे रही है। सुबह-शाम आते-जाते राहगीरों पर लपक पड़ती है। इससे वाहन चालकों और राहगीरों का चलना मुश्किल हो गया है।
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एजेंसी तय हो तो रुक जाएगी आबादी
शहर में आवारा श्वानों की आबादी रोकने जन्म नियंत्रण अभियान चलाने की जरूरत महसूस की जा रही है। नगर निगम जल्द डॉग बर्थ कंट्रोलर एजेंसी तय करता है तो शहर में लोग आवारा श्वानों की फौज से राहत ले सकेंगे।

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