scriptDrinking water:जब इतनी ऊंचाई पर चढ़ाया बांध का पानी | Drinking water: Dam water when plated at such a height | Patrika News

Drinking water:जब इतनी ऊंचाई पर चढ़ाया बांध का पानी

locationछिंदवाड़ाPublished: Feb 24, 2020 11:13:29 am

Submitted by:

manohar soni

प्रोजेक्ट अमृतम् जलम् में माचागोरा बांध की पाइप लाइन की टेस्टिंग,राइजिंग पाइप लाइन का 80 फीसदी पूरी
 

dsc_5460.jpg

छिंदवाड़ा/नगर निगम के प्रोजेक्ट अमृतम् के तहत माचागोरा बांध का पानी जमीन से 459 फीट ऊपर बनाए धरमटेकरी फिल्टर प्लांट में शनिवार को सफलतापूर्वक पहुंचा दिया गया। अब इस पानी को एक माह में राइजिंग पाइप लाइन के माध्यम से पहले चरण में आठ गांवों की पानी टंकी तक भेजा जाएगा और वितरण सिस्टम से रहवासियों की प्यास बुझाई जाएगी। उसके बाद शेष 16 गांवों को कवर किया जाएगा।
करीब 75 करोड़ रुपए की यह परियोजना वर्ष 2017 में स्वीकृत की गई थी। तब से अब तक अजनिया में सम्पवेल तथा धरमटेकरी में 22.5 एमएलडी क्षमता का फिल्टर प्लांट बनाया गया वहीं ग्रामीण इलाकों में 18 पेयजल टंकियां और 63 किमी एरिया में ड्रिस्टीब्यूशन पेयजल लाइन का निर्माण पूरा किया जा रहा है। इस बीच धरमटेकरी फिल्टर प्लांट को खापाभाट तक आई माचागोरा बांध की मेन पाइप लाइन से जोड़ दिया गया। फिर नगर निगम के इंजीनियरों ने बिना किसी लीकेज के इस लाइन से पानी की टेस्टिंग फिल्टर प्लांट तक पूरी की। धरमटेकरी तक पानी आ जाने से बाद निगम क्षेत्र के 24 गांवों में पानी वितरण सिस्टम के जरिए पहुंचाना शेष रह गया है। निगम अधिकारियों का कहना है कि अगले माह मार्च में इस प्रोजेक्ट का लोकार्पण मुख्यमंत्री कमलनाथ के हाथों करवाया जाएगा।

पहले चरण में आठ गांव,दो शहरी टंकी भी
नगर निगम द्वारा पहले चरण में आठ गांवों में पेयजल पहुंचाने का लक्ष्य रखा गया है। इन इलाकों की पेयजल टंकियां पूरी हो गई है। इन गांवों में खापाभाट,कुसमैली,सिवनी प्राणमोती,अजनिया,सोनाखार,इमलिया बोहता और सारसवाड़ा प्रमुख है। इसके अलावा शहर की दो पेयजल टंकी ऊंटखाना और नोनिया करबल को भी जोडऩे की तैयारी की गई है। गांवों में 30 मार्च तक पानी पहुंचाने की बात कहीं जा रही है। उसके बाद दो माह में 16 गांवों में पानी पहुंचाया जाएगा।

27.6 किमी में पाइप लाइन और 140 मीटर ऊंचाई तय
इस परियोजना में माचागोरा बांध से धरमटेकरी 27.6 किमी तक मेन पाइप लाइन पिछले साल 2019 में शहर के पेयजल संकट ग्रस्त होने के समय बिछाई दी गई थी। इस पाइप लाइन को जमीन से 459 फीट ऊपर बने फिल्टर प्लांट से हाल ही में जोड़ा गया। सबसे महत्वपूर्ण तथ्य यह है कि भौगोलिक दृष्टि से माचागोरा बांध समुद्र तल से 617 मीटर ऊपर है तो वहीं धरमटेकरी इस मानक में 757 मीटर ऊंचा है। ऐसे में निगम इंजीनियरों को इन दोनों स्थलों की भौगोलिक विषमताओं को दूर कर 140 मीटर ऊंचाई तक पानी लाने की मशक्कत करनी पड़ी।

माचागोरा बांध से हर साल 13 एमसीएम पानी
निगम के अनुसार माचागोरा बांध से हर साल 13 एमसीएम पानी लेने का अनुबंध जल संसाधन विभाग से किया गया है। इससे शहर समेत आसपास घरेलू पेयजल समेत अन्य प्रोजेक्ट के लिए जरूरी पेयजल की पूर्ति हो सकेगी।


इनका कहना है..
माचागोरा बांध का पानी धरमटेकरी फिल्टर प्लांट तक सफलतापूर्वक पहुंचा दिया गया है। एक माह में शहर की दो तथा आठ गांवों की पेयजल टंकियों को भरने तथा जनसमुदाय को पानी देने का लक्ष्य रखा गया है।
-ईश्वर सिंह चंदेली,कार्यपालन यंत्री,नगर निगम।
..
धरमटेकरी फिल्टर प्लांट में पानी पहुंच जाने के बाद अप्रैल से निगम के गांवों को पानी मिलने लगेगा। मार्च तक 14 टंकियों का निर्माण भी पूरा हो जाएगा। इसका लोकार्पण मुख्यमंत्री और सांसद के हाथों करवाया जाएगा।
-इच्छित गढ़पाले,आयुक्त नगर निगम।

loksabha entry point

ट्रेंडिंग वीडियो