चौरई थाना क्षेत्र के ग्राम सिरेगांव निवासी जितेश पिता भोजे वर्मा एवं दीपक उर्फ अर्जुन वर्मा चचेरे भाई है। दोनों का मकान भी आस-पास ही है। दोनों परिवार के बीच लम्बे समय से जमीन को लेकर विवाद चल रहा है। बताया जा रहा है कि साल 2015 में जमीनी विवाद पर चौरई थाना में अपराध भी पंजीबद्ध है। पुस्तैनी जमीन और मकान के बीच से बने रास्ते से आने-जाने को लेकर भी उनके बीच विवाद चल रहा था। मृतक जितेश वर्मा अक्सर अर्जुन वर्मा को जान से मारने की धमकी देने के साथ ही कई बार गला भी दबा चुका था। अर्जुन ने जितेश को मारने की योजना बनाई जिसके लिए उसने गांव के ही आकाश मालवीय को 1 लाख 50 हजार रुपए की सुपारी दी।
शराब पिलाई फिर किया कत्ल
एसपी मनोज कुमार राय एवं एएसपी शशांक गर्ग ने बताया कि आकाश मालवीय 7 जनवरी को जितेश के साथ बाइक पर शाम को चौरई आया। जितेश को शराब पिलाई और उसकी की बाइक से घर लौटते समय डोगावानी नाले के पास में बकानुमा हथियार से हत्या कर दी। पुलिस की जांच के दौरान सामने आया कि वारदात के दिन से आकाश मालवीय गांव में नहीं है। आकाश को हिरासत में लेकर जब सख्ती से पूछताछ की तो उसने बताया कि वारदात को अंजाम देने के लिए उसे डेढ़ लाख रुपए देना तय हुआ था। दस हजार रुपए वह एडवांस ले चुका था। पुलिस ने नकदी 9 हजार रुपए, हत्या में इस्तेमाल किया हथियार और उस दिन पहने हुए कपड़े जब्त कर सभी को गिरफ्तार कर न्यायालय में पेश किया, यहां से उनका जेल वारंट काट दिया गया।
खुलासे में रही अहम भूमिका
वारदात के खुलासे में चौरई थाना के प्रभारी टीआइ मुकेश द्विवेदी, उपनिरीक्षक सतेन्द्र कुशवाह, सहायक उपनिरीक्षक राजकुमार सनोडिया, सहायक उपनिरीक्षक सतीश शर्मा, उपनिरीक्षक सतेन्द्र बघेल, आरक्षक युवराज, राजेन्द्र, नितिन सिंह एवं आदित्य रघुवंशी की अहम भूमिका रही।