दरअसल राष्ट्रीय मुक्त विद्यालयी शिक्षा संस्थान ने 5 दिसम्बर 2018 को डीएलएड द्वितीय सेमेस्टर का परीक्षा परिणाम वेबसाइट पर प्रकाशित किया गया। इसमें हर्रई उत्कृष्ट विद्यालय अंतर्गत आने वाले निजी स्कूलों के करीब 280 शिक्षकों के परिणाम में इंटरनल प्रैक्टिकल मार्क का प्रदर्शन नहीं किया गया। इसके स्थान पर अनुपस्थित दर्शाया गया है। इसके कारण निजी स्कूलों के शिक्षकों में विभाग के प्रति आक्रोश उत्पन्न होने लगा है।
शिक्षकों ने बताया कि धनोरा मटका जैसे ग्रामीण अंचलों का डीएलएड परीक्षा परिणाम बिलकुल सही आया है। शासकीय उत्कृष्ट विद्यालय प्रबंधन ने ही इंटरनल प्रैक्टिकल के अंक एनआइओएस को नहीं भेजा, इसलिए उक्त खामियां सामने आ रहीं हैं।
इधर संस्था संचालक सुरेश कुमार पाठक ने बताया कि यह समस्या पूरे प्रदेश में है।
इस संदर्भ में दिल्ली एनआइओएस को सूचित किया गया है। विभाग ने अंकसूची में सभी अंकों को जोडक़र जारी करने का आश्वासन दिया है। फिलहाल प्रैक्टिकल परीक्षा के अंकों की फिडिंग चल रही है, इसलिए कुछ संस्थाओं के रिजल्ट में उक्त दिक्कत सामने आई है।