किसान प्रेमलाल धारपुरे ने घोटाले को सामने लाया है। प्रेमलाल की बेटी का विवाह तय हुआ है, रुपए के लिए किसान जब सोसायटी में गया तो उनके खाते में एक लाख बीस हजार रुपए के बजाय 70 हजार रुपए होने की जानकारी दी गई। कम राशि होने पर उन्होंने अपनी पासबुक में दर्ज एक लाख बीस हजार रुपए की जमा रकम की जानकारी प्रबंधक को दी। इस बात का खुलासा होते ही लिपिक धनराज दुखी सोसायटी से बहाना बनाकर गायब हो गया। जब सोसायटी ने अन्य किसानों के बारे में भी जानकारी जुटाई तो पता चला कि लिपिक ने किसानों से प्राप्त होने वाली राशि की पास बुक में तो बराबर एंट्री की, परंतु सोसायटी के लेजर में कम राशि दर्ज कर हेराफेरी कर दी है।