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Dussehra: गौधूलि बेला पर हुआ रावण दहन, मैदान में पैर रखने तक की नहीं थी जगह

locationछिंदवाड़ाPublished: Oct 17, 2021 02:49:23 pm

Submitted by:

ashish mishra

रामलीला का समापन दशहरे के भव्य कार्यक्रम के साथ हुआ।

Dussehra: गौधूलि बेला पर हुआ रावण दहन, मैदान में पैर रखने तक की नहीं थी जगह

Dussehra: गौधूलि बेला पर हुआ रावण दहन, मैदान में पैर रखने तक की नहीं थी जगह

छिंदवाड़ा. असत्य पर सत्य की विजय का पर्व दशहरा शुक्रवार को पूरे जिले में हर्षोल्लास के साथ मनाया गया। रामलीला का समापन दशहरे के भव्य कार्यक्रम के साथ हुआ। शुभारंभ मंगलाचरण एवं श्रीराम आरती के साथ हुआ। कार्यक्रम में मुख्य अतिथि भाजपा जिलाध्यक्ष विवेक बंटी साहू, कार्यक्रम अध्यक्ष जिला कांग्रेस कमेटी अध्यक्ष विश्वनाथ ओक्टे, विशिष्ट अतिथि पूर्व कैबिनेट मंत्री दीपक सक्सेना, चौधरी चंद्रभान सिंह, कलेक्टर सौरभ सुमन, पुलिस अधीक्षक विवेक अग्रवाल, एसडीएम अतुल सिंह सहित समस्त गणमान्य आमंत्रित अतिथियों का स्वागत एवं सम्मान किया गया। इसके बाद सांकेतिक लीला का मंचन किया गया, जिसमें कुंभकर्ण वध, मेघनाद वध और रावण वध की प्रतीकात्मक लीला का मंचन किया गया। प्रतीकात्मक लीला का प्रारंभ दशहरा मैदान में शाम 5.45 बजे हुआ, जिसमें सर्वप्रथम श्रीराम द्वारा कुंभकर्ण वध हुआ। श्रीरामलीला मंडल के मुख्य निर्देशक विजय आनंद दुबे ने कुंभकर्ण का बेहतरीन अभिनय किया। वहीं रजत पांडे ने श्रीराम का मर्यादित किरदार निभाया। लक्ष्मण के रूप में आयुष शुक्ल और मेघनाद के रूप में शिरीन आनंद दुबे नजर आए। हनुमान का सशक्त अभिनय संतोष कुशवाह, रावण का जानदार किरदार वरिष्ठ कलाकार विनोद विश्वकर्मा ने निभाई। विभीषण के तौर पर मंडल के वरिष्ठ कलाकार उत्तम सोनी दिखे। इस मुख्य आयोजन में संरक्षकों एवं अतिथियों के अतिरिक्त मण्डल के अध्यक्ष सतीश दुबे, सचिव रोहित द्विवेदी, उपाध्यक्ष राकेश चौरासिया, भोला सोनी, मीडिया प्रभारी ऋषभ स्थापक सहित समस्त सदस्य एवं कलाकार उपस्थित रहे।
गौधूलि बेला पर हुआ रावण दहन
विजयादशमी पर्व पर शुक्रवार को दशहरा मैदान मे समिति ने शाम 6.30 बजे गौधुलि बेला पर रावण दहन कार्यक्रम संपन्न कराया। रावण दहन को देखने के लिए दशहरा मैदान एवं स डक़ों पर भारी भीड़ उमड़ी। लोगों ने मोबाइल में इस पल को कैद किया। इस दौरान छोटी बाजार रामलीला रंगमच से दशहरा मैदान तक विजय जुलूस में सीमित संख्या में ही समिति के सदस्य सम्मलित हुए। चप्पे चप्पे पर पुलिस बल तैनात रही। लोगों ने घर बैठे भी दशहरा मैदान पर आयोजित कार्यक्रम को लाइव प्रसारण के माध्यम से देखा।
पर्व का उल्लास देखते ही बना
दशहरे के पावन पर्व पर मर्यादा पुरुषोत्तम भगवान श्रीराम ने अहंकारी रावण को खत्म कर विजय का परचम लहराया। कोरोना काल में एक साल बाद बिना पाबंदी के मनाए गए विजयदशमी पर्व का उल्लास देखते ही बन रहा था।
रावण का वध होते ही लोगों के चेहरे खिल गए। धू-धू कर रावण का पुतला जल उठा। वहीं आतिशबाजी देखकर दर्शक रोमांचित हो उठे। शहर में विभिन्न जगहों पर पुतला दहन का नजारा देखने को मिला। विजयदशमी पर शाम होते ही दशानन का अहंकार भी जलकर राख हो गया।

छोटी बाजार में खेली गई विस्तृत लीला
शुक्रवार में दशहरा मैदान से वापसी के उपरांत रात्रि में छोटी बाजार में रामलीला का विस्तृत मंचन किया गया। अहिरावण वध, रावण वध एवं श्रीराम राज्याभिषेक की लीलाओं का मंचन हुआ। श्री राम राज्याभिषेक के साथ 133 वें वर्ष की श्रीरामलीला का समापन हुआ। व्यासपीठ प्रमुख अनिल सेठिया ने बताया कि रात्रिकालीन मंचन में व्यासपीठ द्वारा भजन की प्रस्तुतियां भी की गई।
पंडालों में विराजी मां दुर्गा का किया दर्शन
पंडालों में विराजी मां दुर्गा के दर्शन करने शुक्रवार को भक्त उमड़ पड़े। वहीं मंदिरों में भी दशहरा पर्व पर भारी भीड़ रही। नगर में मोहनगर, रेलवे स्टेशन परिसर, चित्रकूट काम्प्लेक्स सहित अन्य जगहों पर माता की झांकी सजाई गई थी। झांकी देखने भारी संख्या में लोग पहुंचे। वहीं बच्चों ने खेल खिलौने खरीदे और स्वादिष्ट व्यंजनों का लुत्फ उठाया।
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