विजयादशमी पर्व पर शुक्रवार को दशहरा मैदान मे समिति ने शाम 6.30 बजे गौधुलि बेला पर रावण दहन कार्यक्रम संपन्न कराया। रावण दहन को देखने के लिए दशहरा मैदान एवं स डक़ों पर भारी भीड़ उमड़ी। लोगों ने मोबाइल में इस पल को कैद किया। इस दौरान छोटी बाजार रामलीला रंगमच से दशहरा मैदान तक विजय जुलूस में सीमित संख्या में ही समिति के सदस्य सम्मलित हुए। चप्पे चप्पे पर पुलिस बल तैनात रही। लोगों ने घर बैठे भी दशहरा मैदान पर आयोजित कार्यक्रम को लाइव प्रसारण के माध्यम से देखा।
दशहरे के पावन पर्व पर मर्यादा पुरुषोत्तम भगवान श्रीराम ने अहंकारी रावण को खत्म कर विजय का परचम लहराया। कोरोना काल में एक साल बाद बिना पाबंदी के मनाए गए विजयदशमी पर्व का उल्लास देखते ही बन रहा था।
रावण का वध होते ही लोगों के चेहरे खिल गए। धू-धू कर रावण का पुतला जल उठा। वहीं आतिशबाजी देखकर दर्शक रोमांचित हो उठे। शहर में विभिन्न जगहों पर पुतला दहन का नजारा देखने को मिला। विजयदशमी पर शाम होते ही दशानन का अहंकार भी जलकर राख हो गया।
छोटी बाजार में खेली गई विस्तृत लीला
शुक्रवार में दशहरा मैदान से वापसी के उपरांत रात्रि में छोटी बाजार में रामलीला का विस्तृत मंचन किया गया। अहिरावण वध, रावण वध एवं श्रीराम राज्याभिषेक की लीलाओं का मंचन हुआ। श्री राम राज्याभिषेक के साथ 133 वें वर्ष की श्रीरामलीला का समापन हुआ। व्यासपीठ प्रमुख अनिल सेठिया ने बताया कि रात्रिकालीन मंचन में व्यासपीठ द्वारा भजन की प्रस्तुतियां भी की गई।
पंडालों में विराजी मां दुर्गा के दर्शन करने शुक्रवार को भक्त उमड़ पड़े। वहीं मंदिरों में भी दशहरा पर्व पर भारी भीड़ रही। नगर में मोहनगर, रेलवे स्टेशन परिसर, चित्रकूट काम्प्लेक्स सहित अन्य जगहों पर माता की झांकी सजाई गई थी। झांकी देखने भारी संख्या में लोग पहुंचे। वहीं बच्चों ने खेल खिलौने खरीदे और स्वादिष्ट व्यंजनों का लुत्फ उठाया।