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इ-केवायसी वैरीफाइ हुआ न ही बैंक डिटेल ले सका शिक्षा विभाग…अटक गया वेतन, जानें स्थिति

locationछिंदवाड़ाPublished: Jul 01, 2020 11:08:26 pm

Submitted by:

Dinesh Sahu

समय सीमा बीते हुए कई दिन, सुस्त प्रक्रिया के चलते अब तक शिक्षकों को नहीं हो सका वेतन भुगतान

education: शिक्षा विभाग में वेतन और एरीयर किस्त का प्रकरण उलझा, जानें वजह

education: शिक्षा विभाग में वेतन और एरीयर किस्त का प्रकरण उलझा, जानें वजह

छिंदवाड़ा/ शिक्षा में डीडीओ एवं लेखा शाखा के सुस्त रवैया के चलते अब तक शिक्षकों को वेतन भुगतान नहीं हो सका। शासन ने नवीन व्यवस्था के चलते विभाग के कर्मचारियों का वेतन कोषालय के माध्यम से कराने की व्यवस्था बनाई, जिसके लिए प्रत्येक कर्मचारियों के एम्प्लाय कोड जनरेट होने है। इस कार्य के आदेश को करीब दो वर्ष बीत गए, पर विभागीय अधिकारी कर्मचारियों से इ-केवायसी वैरीफाइ करा पाए न ही बैंक डिटेल प्राप्त कर सके है।
इतना ही नहीं दर्जनों शिक्षक ऐसे है, जिनके पास प्राण नम्बर है न ही इ-मेल आईडी है। इस वजह से भी एम्प्लॉय कोड जनरेट होने में दिक्कतें आ रही है। हालांकि इसके लिए शिक्षक स्वयं भी जिम्मेदार है, आवश्यक दस्तावेज या जानकारी उपलब्ध नहीं होने से भी दिक्कतें आती है।
उल्लेखनीय है कि मामले में कलेक्टर सौरभ कुमार सुमन ने 10 जून 2020 को उक्त प्रकरण को समय सीमा लेकर 15 दिवस में लंबित कार्यों को पूरा कर शिक्षकों को वेतन भुगतान के निर्देश दिए थे, पर अब तक स्थिति जस की तस बनी हुई है।

आर्थिक संकट से जूझ रहा परिवार –


जिले में दर्जनों शिक्षक ऐसे है, जो कि किराए के भवन में रहते है, कई के लोन की इएमआइ पेंडिंग है तथा कुछ बाजार से कर्जा लेकर परिवार का भरण-पोषण कर रहे है। विभागीय प्रणाली इतनी सुस्त है कि हर माह समय पर वेतन भुगतान भी नहीं होता है, मामले में कई बार शिकायत की गई। लेकिन किसी ने गंभीरता से नहीं लिया।

फैक्ट फाइल –


1. जिले में इ-केवायसी पेंडिंग या वैरिफाइड नहीं – 61
2. ऐसे शिक्षक जिनके पास प्राण नम्बर नहीं है – 93
3. ऐसे शिक्षक जिनके पास इ-मेल आइडी नहीं – 57
4. बैंक डिटेल की जानकारी नहीं वाले प्रकरण – 81

जांच कराएंगे तथा नोटिस भी देंगे –

निर्धारित समय सीमा में दिए गए कार्यों को पूरा नहीं करने के संदर्भ में जिला शिक्षा अधिकारी से जांच कराएंगे तथा संतोषजनक जवाब नहीं मिलने पर आवश्यक कार्रवाई करेंगे।


– सौरभ कुमार सुमन, कलेक्टर

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