लेकिन इसके पहले जिला कोषालय से कर्मचारियों का एम्प्लॉय कोड जनरेट किया जाना अनिवार्य है। शासन के निर्देश के तहत जिला शिक्षा अधिकारी अरविंद चौरगड़े ने जिले के समस्त संकुलों को उक्त प्रक्रिया को समय रहते पूरा करने के लिए दूसरी बार पत्र लिखा है तथा लापरवाही बरतने पर कार्रवाई की चेतावनी भी दी है। बताया जाता है कि शिक्षकों का वेतन पुनरिक्षण नियम 2017 के अनुसार लागू करने तथा सातवें वेतन में निर्धारण के बाद वेतन अनुमोदन का लाभ कर्मचारियों को दिया जाना है।
8500 अध्यापकों को मिलना है लाभ –
जिले में करीब 8500 अध्यापक कार्यरत है, जिन्हें सातवें वेतनमान का लाभ दिया जाना है। लेकिन कई संकुलों में इसकी प्रक्रिया भी अब तक शुरू नहीं हो सकी है। इसके कारण ही उक्त संशय बना हुआ है।
जिले में करीब 8500 अध्यापक कार्यरत है, जिन्हें सातवें वेतनमान का लाभ दिया जाना है। लेकिन कई संकुलों में इसकी प्रक्रिया भी अब तक शुरू नहीं हो सकी है। इसके कारण ही उक्त संशय बना हुआ है।
लेख एवं कोष विभाग से लिया जाएगा अनुमोदन – सातवें वेतनमान के लिए अध्यापकों से वचन-पत्र भरवाए जा रहे है। हालांकि विभाग ने भुगतान की प्रक्रिया स्पष्ट नहीं की है, जिसकी वजह से दिक्कतें आ रही है। हालांकि नियमित शिक्षकों की तरह ही कोषालय के माध्यम से अध्यापकों के वेतनमान का निर्धारण किए जाने की सम्भवना है। इसके बाद कोष एवं लेखा विभाग से अनुमोदन मिलने पर भुगतान कर दिया जाएगा।
– अरविंद चौरगड़े, जिला शिक्षा अधिकारी छिंदवाड़ा