गल्र्स कॉलेज की समस्या का नहीं हुआ समाधान
सोमवार को विश्वविद्यालय को सौंपे ज्ञापन में छात्र संघ ने राजमाता सिंधिया गल्र्स कॉलेज की समस्या समाधान की भी मांग की है। छात्र नेता इंद्रजीत पटेल ने बताया कि विश्वविद्यालय ने पहले से कोई सूचना नहीं दी थी। गल्र्स कॉलेज में स्नातकोत्तर में अध्ययरत छात्राओं ने भी पीजीडीसीए में दाखिला ले लिया और अब विश्वविद्यालय इन्हें अपात्र बता रहा है। छात्र संघ का कहना है कि विश्वविद्यालय छात्रहित में जल्द ही कोई निर्णय नहीं लेता है तो उग्र आंदोलन किया जाएगा, जिसका जवाबदार विश्वविद्यालय प्रशासन होगा। ज्ञापन सौंपने के दौरान छात्रसंघ के अनिरुद्ध देशवाडे, कुणाल शर्मा, कामेश उइके, रोहित बंशकार सहित अन्य विद्यार्थी मौजूद रहे।
सोमवार को विश्वविद्यालय को सौंपे ज्ञापन में छात्र संघ ने राजमाता सिंधिया गल्र्स कॉलेज की समस्या समाधान की भी मांग की है। छात्र नेता इंद्रजीत पटेल ने बताया कि विश्वविद्यालय ने पहले से कोई सूचना नहीं दी थी। गल्र्स कॉलेज में स्नातकोत्तर में अध्ययरत छात्राओं ने भी पीजीडीसीए में दाखिला ले लिया और अब विश्वविद्यालय इन्हें अपात्र बता रहा है। छात्र संघ का कहना है कि विश्वविद्यालय छात्रहित में जल्द ही कोई निर्णय नहीं लेता है तो उग्र आंदोलन किया जाएगा, जिसका जवाबदार विश्वविद्यालय प्रशासन होगा। ज्ञापन सौंपने के दौरान छात्रसंघ के अनिरुद्ध देशवाडे, कुणाल शर्मा, कामेश उइके, रोहित बंशकार सहित अन्य विद्यार्थी मौजूद रहे।
पात्र, अपात्र की नहीं सौंपी सूची
राजमाता सिंधिया गल्र्स कॉलेज ने राजा शंकर शाह विश्वविद्यालय ने पीजीडीसीए परीक्षा के लिए पात्र एवं अपात्र छात्राओं की लिस्ट मांगी थी, जिसे सोमवार को भी विश्वविद्यालय ने उपलब्ध नहीं कराई। गल्र्स कॉलेज का कहना है कि विश्वविद्यालय जो आंकड़े दे रहा है वे हमारे दस्तावेज से मैच नहीं कर रहे हैं।
राजमाता सिंधिया गल्र्स कॉलेज ने राजा शंकर शाह विश्वविद्यालय ने पीजीडीसीए परीक्षा के लिए पात्र एवं अपात्र छात्राओं की लिस्ट मांगी थी, जिसे सोमवार को भी विश्वविद्यालय ने उपलब्ध नहीं कराई। गल्र्स कॉलेज का कहना है कि विश्वविद्यालय जो आंकड़े दे रहा है वे हमारे दस्तावेज से मैच नहीं कर रहे हैं।
यह है मामला
राजा शंकर शाह विश्वविद्यालय ने राजमाता सिंधिया गल्र्स कॉलेज को सत्र 2021-22 में पीजीडीसीए पाठ्यक्रम संचालित करने के लिए 28 सितंबर 2021 को संबद्धता पत्र जारी किया था। इसके बाद कॉलेज में छात्राओं का दाखिला हुआ। पीजीडीसीए पाठ्यक्रम में में कई ऐसी छात्राओं ने भी दाखिला लिया जो स्नातकोत्तर में अध्ययन कर रही थी। अब विश्वविद्यालय इन्हें अयोग्य बता रहा है। विश्वविद्यालय का कहना है कि कोई भी परीक्षार्थी विश्वविद्यालय से आयोजित सत्र में दो परीक्षाओं में एक साथ सम्मिलित नहीं हो सकता है। जबकि शिक्षा से जुड़े जानकार एवं विद्यार्थियों का कहना है कि अगर ऐसा था जो स्थिति पहले स्पष्ट करनी थी।
राजा शंकर शाह विश्वविद्यालय ने राजमाता सिंधिया गल्र्स कॉलेज को सत्र 2021-22 में पीजीडीसीए पाठ्यक्रम संचालित करने के लिए 28 सितंबर 2021 को संबद्धता पत्र जारी किया था। इसके बाद कॉलेज में छात्राओं का दाखिला हुआ। पीजीडीसीए पाठ्यक्रम में में कई ऐसी छात्राओं ने भी दाखिला लिया जो स्नातकोत्तर में अध्ययन कर रही थी। अब विश्वविद्यालय इन्हें अयोग्य बता रहा है। विश्वविद्यालय का कहना है कि कोई भी परीक्षार्थी विश्वविद्यालय से आयोजित सत्र में दो परीक्षाओं में एक साथ सम्मिलित नहीं हो सकता है। जबकि शिक्षा से जुड़े जानकार एवं विद्यार्थियों का कहना है कि अगर ऐसा था जो स्थिति पहले स्पष्ट करनी थी।