प्राचार्य को भी सौंपे दस्तावेज
इसी क्रम में 24वीं एमपी बटालियन एनसीसी के जेसीओ ने पीजी कॉलेज के प्राचार्य डॉ. अमिताभ पाण्डेय को भी एनसीसी को वैकल्पिक विषय के तौर पर सत्र 2021-22 से लागू करने के आशय से संबंधित आवश्यक दस्तावेज सौपे। पीजी कॉलेज एनसीसी अधिकारी लेफ्टिनेंट डॉ. शेखर ब्रम्हने ने बताया कि स्वशासी प्रकोष्ठ अगस्त के प्रथम सप्ताह में अकादमिक परिषद एवं अध्ययन मंडल की बैठक में उक्त प्रस्ताव को पारित कर विश्वविद्यालय एवं शासन को प्रेषित कर देगा।
इसी क्रम में 24वीं एमपी बटालियन एनसीसी के जेसीओ ने पीजी कॉलेज के प्राचार्य डॉ. अमिताभ पाण्डेय को भी एनसीसी को वैकल्पिक विषय के तौर पर सत्र 2021-22 से लागू करने के आशय से संबंधित आवश्यक दस्तावेज सौपे। पीजी कॉलेज एनसीसी अधिकारी लेफ्टिनेंट डॉ. शेखर ब्रम्हने ने बताया कि स्वशासी प्रकोष्ठ अगस्त के प्रथम सप्ताह में अकादमिक परिषद एवं अध्ययन मंडल की बैठक में उक्त प्रस्ताव को पारित कर विश्वविद्यालय एवं शासन को प्रेषित कर देगा।
स्वशासी पीजी कॉलेज कर सकता है लागू
स्वशासी पीजी कॉलेज के पास पाठ्यक्रम को लेकर कुछ विशेषाधिकार भी दिए गए हैं। कुछ औपचारिकता पूरी करने के बाद कॉलेज इस अपने यहां लागू कर सकता है। जानकारों की मानें तो पीजी कॉलेज एनसीसी के तैयार किए गए पाठ्यक्रम को कॉलेज की अकादमिक परिषद् एवं अध्ययन मंडल के सामने रख देगा। समिति के अप्रूव करने के बाद इसे पीजी कॉलेज में इसी सत्र से लागू किया जा सकता है।
स्वशासी पीजी कॉलेज के पास पाठ्यक्रम को लेकर कुछ विशेषाधिकार भी दिए गए हैं। कुछ औपचारिकता पूरी करने के बाद कॉलेज इस अपने यहां लागू कर सकता है। जानकारों की मानें तो पीजी कॉलेज एनसीसी के तैयार किए गए पाठ्यक्रम को कॉलेज की अकादमिक परिषद् एवं अध्ययन मंडल के सामने रख देगा। समिति के अप्रूव करने के बाद इसे पीजी कॉलेज में इसी सत्र से लागू किया जा सकता है।
निर्धारित सीट पर ही चयन का मिलेगा मौका
स्नातक प्रथम वर्ष में एनसीसी को वैकल्पिक रूप में चयन करने के लिए उन विद्यार्थियों को पहले प्राथमिकता दी जाएगी जिन्होंने 12वीं या उससे पहले एनसीसी ले रखी थी। कॉलेज में निर्धारित सीट पर ही प्रवेश दिया जाएगा।
स्नातक प्रथम वर्ष में एनसीसी को वैकल्पिक रूप में चयन करने के लिए उन विद्यार्थियों को पहले प्राथमिकता दी जाएगी जिन्होंने 12वीं या उससे पहले एनसीसी ले रखी थी। कॉलेज में निर्धारित सीट पर ही प्रवेश दिया जाएगा।
इनका कहना है…
एनसीसी का तीन वर्षीय पाठ्यक्रम छह सेमेस्टर में पूर्ण किया जाएगा, जिसमें विद्यार्थियों को विशिष्ट एवं सामान्य विषय पढ़ाने के साथ प्रेक्टिकल एवं शिविर भी लगाए जाएंगे। नई शिक्षा नीति के अनुसार इसमें सर्टिफिकेट, डिप्लोमा एवं डिग्री प्रदान की जाएगी।
लेफ्टिनेंट डॉ. शेखर ब्रम्हने, एनसीसी अधिकारी, पीजी कॉलेज
एनसीसी का तीन वर्षीय पाठ्यक्रम छह सेमेस्टर में पूर्ण किया जाएगा, जिसमें विद्यार्थियों को विशिष्ट एवं सामान्य विषय पढ़ाने के साथ प्रेक्टिकल एवं शिविर भी लगाए जाएंगे। नई शिक्षा नीति के अनुसार इसमें सर्टिफिकेट, डिप्लोमा एवं डिग्री प्रदान की जाएगी।
लेफ्टिनेंट डॉ. शेखर ब्रम्हने, एनसीसी अधिकारी, पीजी कॉलेज