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Education: इस वजह से विद्यार्थियों के अंकसूचियों में होगा दो विश्वविद्यालय का नाम

locationछिंदवाड़ाPublished: Jan 24, 2022 02:15:05 pm

Submitted by:

ashish mishra

उच्च शिक्षा विभाग से पत्र मिलते ही अधिसूचना जारी कर दी गई थी।

technical education in indian langauges

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छिंदवाड़ा. शासन द्वारा लिए गए निर्णय के अनुसार अब पत्राचार में भी छिंदवाड़ा विश्वविद्यालय का नाम राजा शंकर शाह विश्वविद्यालय अंकित होकर आने लगा है। विश्वविद्यालय कुलसचिव डॉ. महिम चतुर्वेदी ने बताया कि बीते दिनों उच्च शिक्षा विभाग से पत्र मिलते ही अधिसूचना जारी कर दी गई थी। सभी जगह पत्राचार कर नाम परिवर्तन करने को कहा गया था। अब पत्राचार एवं सभी जगह पर विश्वविद्यालय का नाम परिवर्तित कर राजा शंकरशाह विश्वविद्यालय, छिंदवाड़ा कर दिया गया है। गौरतलब है कि 18 सितंबर 2021 को जबलपुर में प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने अमर शहीद जनजातीय नायक राजा शंकर शाह और कुंवर रघुनाथ शाह के 164वां बलिदान दिवस पर आयोजित कार्यक्रम में छिंदवाड़ा विश्वविद्यालय का नाम अमर बलिदानी राजा शंकर शाह के नाम पर करने की घोषणा की थी। इसके लगभग डेढ़ माह बाद कैबिनेट में भी इस प्रस्ताव पर मुहर लग गई। राजपत्र में प्रकाशन के बाद उच्च शिक्षा विभाग ने जनवरी माह में ही विश्वविद्यालय को पत्र भेजकर अन्य औपचारिकता पूरी करने के निर्देश दिए।
दो विश्वविद्यालय के नाम की मिलेगी मार्कशिट
छिंदवाड़ा विश्वविद्यालय का नाम अब राजा शंकरशाह विश्वविद्यालय होने से विद्यार्थियों को दो विश्वविद्यालय के नाम की मार्कशिट मिलेगी। बता दें कि 14 अगस्त 2019 को विधानसभा का विशेष संकल्प पारित कर छिंदवाड़ा विश्वविद्यालय की स्थापना की गई थी। इसके बाद विश्वविद्यालय से छिंदवाड़ा, सिवनी, बालाघाट एवं बैतूल के लगभग 130 कॉलेज संबद्ध किए गए। तब से विश्वविद्यालय संबंद्ध कॉलेजों की परीक्षाएं आयोजित कर रहा है एवं परिणाम दे रहा है। तब से अब तक विद्यार्थियों के मार्कशिट में छिंदवाड़ा विश्वविद्यालय का नाम ही जा रहा था, लेकिन अब नाम परिवर्तन से सत्र 2021-22 में राजा शंकरशाह विश्वविद्यालय के नाम से ही मार्कशिट मिलेगी। यानी वर्ष 2019 से दाखिला लेने वाले विद्यार्थियों के पास दो विश्वविद्यालय के नाम की मार्कशिट होगी। हालांकि इससे विद्यार्थियों के कॅरियर पर कोई प्रभाव नहीं पड़ेगा।
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