दो विश्वविद्यालय के नाम की मिलेगी मार्कशिट
छिंदवाड़ा विश्वविद्यालय का नाम अब राजा शंकरशाह विश्वविद्यालय होने से विद्यार्थियों को दो विश्वविद्यालय के नाम की मार्कशिट मिलेगी। बता दें कि 14 अगस्त 2019 को विधानसभा का विशेष संकल्प पारित कर छिंदवाड़ा विश्वविद्यालय की स्थापना की गई थी। इसके बाद विश्वविद्यालय से छिंदवाड़ा, सिवनी, बालाघाट एवं बैतूल के लगभग 130 कॉलेज संबद्ध किए गए। तब से विश्वविद्यालय संबंद्ध कॉलेजों की परीक्षाएं आयोजित कर रहा है एवं परिणाम दे रहा है। तब से अब तक विद्यार्थियों के मार्कशिट में छिंदवाड़ा विश्वविद्यालय का नाम ही जा रहा था, लेकिन अब नाम परिवर्तन से सत्र 2021-22 में राजा शंकरशाह विश्वविद्यालय के नाम से ही मार्कशिट मिलेगी। यानी वर्ष 2019 से दाखिला लेने वाले विद्यार्थियों के पास दो विश्वविद्यालय के नाम की मार्कशिट होगी। हालांकि इससे विद्यार्थियों के कॅरियर पर कोई प्रभाव नहीं पड़ेगा।
छिंदवाड़ा विश्वविद्यालय का नाम अब राजा शंकरशाह विश्वविद्यालय होने से विद्यार्थियों को दो विश्वविद्यालय के नाम की मार्कशिट मिलेगी। बता दें कि 14 अगस्त 2019 को विधानसभा का विशेष संकल्प पारित कर छिंदवाड़ा विश्वविद्यालय की स्थापना की गई थी। इसके बाद विश्वविद्यालय से छिंदवाड़ा, सिवनी, बालाघाट एवं बैतूल के लगभग 130 कॉलेज संबद्ध किए गए। तब से विश्वविद्यालय संबंद्ध कॉलेजों की परीक्षाएं आयोजित कर रहा है एवं परिणाम दे रहा है। तब से अब तक विद्यार्थियों के मार्कशिट में छिंदवाड़ा विश्वविद्यालय का नाम ही जा रहा था, लेकिन अब नाम परिवर्तन से सत्र 2021-22 में राजा शंकरशाह विश्वविद्यालय के नाम से ही मार्कशिट मिलेगी। यानी वर्ष 2019 से दाखिला लेने वाले विद्यार्थियों के पास दो विश्वविद्यालय के नाम की मार्कशिट होगी। हालांकि इससे विद्यार्थियों के कॅरियर पर कोई प्रभाव नहीं पड़ेगा।