छिंदवाड़ा

Wheat prices: पकी फसल पर बारिश का असर, किसान मायूस

– गेहूं में नमी एवं सफेदी से 1000 रुपए प्रति क्विंटल तक कम मिल रहे दाम

छिंदवाड़ाMar 11, 2024 / 11:56 am

prabha shankar

Know why farmers keep their produce in the open

छिंदवाड़ा। कुसमेली कृषि उपज मंडी में इन दिनों गेहूं की आवक बढऩे लगी है, लेकिन इस बार सभी किसानों को गेहूं के अच्छे दाम नहीं मिल रहे हैं। कुछ किसानों को 3000 रुपए प्रति क्विंटल से अधिक दाम मिल रहे हैं, तो कुछ को 2000 रुपए प्रति क्विंटल के करीब ही संतोष करना पड़ रहा है। ऐसे में 1000 रुपए प्रति क्विंटल के हिसाब से किसानों को काफी नुकसान हो रहा है। इसकी वजह गत माह तेज हवा के साथ हुई बारिश को माना जा रहा है, जिसने पक चुके गेहूं को काफी नुकसान पहुंचाया। वहीं आधे पके गेहूं की चमक भी असमय बारिश के कारण कम हो गई। कम चमक होने के कारण भी गेहूं के दाम काफी गिरे हैं।

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इनका कहना है
जिले के किसानों को पिछले माह हुई तेज हवा के साथ बारिश से काफी नुकसान हुआ है।चमक कम हुई तो मंडी में नीलामी के दौरान किसानों को गेहूं के कम दाम मिल रहे हैं।
नरेश ठाकुर, किसान
गेहूं के दामों में एक हजार रुपए प्रति क्विंटल तक का अंतर उसकी गुणवत्ता के कारण है। गेहूं में नमी एवं उसकी चमक कम होने के कारण मांग कम रहती है। अधिक चमक वाले गेहूं के दाम 3000 रुपए प्रति क्विंटल , नमी एवं कम चमक के कारण सफेद हो जाने वाले गेहूं के दाम 2000 रुपए प्रति क्विंटल के आसपास हैं। हालांकि ज्यादातर गेहूं के दाम 2500 रुपए प्रति क्विंटल तक बिक रहे हैं।
प्रतीक शुक्ला, अध्यक्ष छिंदवाड़ा अनाज व्यापारी संघ

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