बंद था कामकाज
छिंदवाड़ा कृषि उपज मंडी कुसमेली में शनिवार से काम-काज बंद रहा। इसी दौरान निर्यात पर भी रोक लगी। इसके बाद करीब सौ से डेढ़ सौ रुपए गेहूं में नरमी आ गई। निर्यात पर रोक के विरोध में सकल दलहन तिलहन व्यापारी महासंघ के आह्वान पर दो दिवसीय सांकेतिक हड़ताल भी की गई। बुधवार तक चली हड़ताल के बाद गुरुवार को मंडी में व्यापारी नीलामी के लिए पहुंचे। बताया जा रहा है कि सरकार एवं व्यापारी संघों के साथ बातचीत का दौर चल रहा है। उम्मीद है कि निर्यात पर रोक के पहले जिन कम्पनियों से ट्रेड किया जा चुका है उनके देश तक गेहूं पहुंचाने की अनुमति मिल सकती है।
इनका कहना है
अभी दरों को स्थायी नहीं माना जा सकता है। एक सप्ताह का समय लगेगा। इसके बाद ही गेहूं के वास्तविक भावों का पता चलेगा। निर्यात के लिए पोर्ट में खड़े गेहूं को निर्यात करने की अनुमति से गेहूं के दामों में स्थिरता आ सकेगी।
आशुतोष डागा, छिंदवाड़ा अनाज व्यापारी संघ के पूर्व अध्यक्ष व थोक अनाज व्यापारी