सरकारी भूमि को खाली कराने पहुुंचा था निगम अमला उल्लेखनीय है कि शहर में बढ़ते ट्रैफिक से निपटने ट्राईएंगल बनाने के लिए सरकारी भूमि को खाली कराने निगम अमला पहुुंचा था। इधर एक अन्य मामले में निगम का अतिक्रमण विरोधी अमला सिवनी प्राणमोती में बने अवैध घरों को तोडऩे पहुंचा था, लेकिन इस क्षेत्र में भी सत्तापक्ष के एक नेता की दखल के बाद उन्हें भी बिना अतिक्रमण तोड़े ही वापस होना पड़ा। अपनी कार्रवाई को पूरी बताने के लिए यहां के अतिक्रमणकारियों को भी ४८ घंटे में खाली करने का औपचारिक नोटिस दे दिया गया है।
सिवनी प्राणमोती में पहले भी शासन द्वारा हटाया गया थाअतिक्रमण बता दें कि सिवनी प्राणमोती में शासकीय स्कूल के पीछे गत वर्ष भी शासन द्वारा अतिक्रमण हटाया गया था। इसमें कुछ मकानों को खुद ही अतिक्रमण हटाने का समय दिया गया था, लेकिन अभी तक हालात वैसे ही हैं। वोटों की राजनीति के चलते एेसी भूमि पर भी कुछ नेताओं द्वारा कब्जा करने दिया जा रहा है जहां पट्टा नहीं दिया जा सकता है। पूर्व उपसरपंच द्वारा इस भूमि पर कब्जे की शिकायत कई महीनों से कलेक्टर से लेकर निगम तक में किया जा रही है।