एक पंखा अधिक चला तो बढ़ गया बिल
उपभोक्ताओं के बिजली बिलों में मई माह में झटके पर झटके लग रहे हैं। मार्च माह में जिस उपभोक्ता के घर में एक पंखा सहित अन्य उपकरण सामान्य रूप से चले तो उसके घर में खपत 100 यूनिट के अंदर ही रही, लेकिन जैसे ही अपै्रल माह में एक अतिरिक्त पंखे का उपयोग किया गया तो खपत 150 यूनिट के पार हो गई। एक उपभोक्ता ने बताया कि दो अपे्रल से 28 अपे्रल तक एक अतिरिक्तपंखे के चलने से मीटर की रफ्तार इतनी तेज हो गई कि उसके घर 147 यूनिट बिजली जल गई। औसत 5 यूनिट से अधिक होने के कारण वह सब्सिडी से भी बाहर हो गया।
बिजली कम्पनी की दो सीमाएं
टैरिफ को लेकर बिजली कम्पनी ने दो सीमाएं तय की है। ऐसे उपभोक्ता जिनके घर औसतन प्रतिदिन पांच यूनिट से कम खपत हुई हो, भले ही वह 150 यूनिट तक पहुंच गए हों उन्हें करीब 400 रुपए तक का बिजली बिल मिला। वहीं 25 दिन में 130 यूनिट की खपत करने वाले उपभोक्ता 5 यूनिट प्रतिदिन के दायरे से बाहर होने कारण 800 रुपए तक के बिजली बिल को झेल रहे हैं। गौरतलब है कि बिजली कम्पनी की ओर से मीटर रीडिंग लेने का अंतराल नियत नहीं है। कभी 25 दिन तो कभी तीस दिन से ज्यादा समय में भी रीडिंग ले ली जाती है।
इनका कहना है
बिजली कम्पनी नियमों के अनुसार ही खपत करने पर बिजली बिल वसूल रही है। गर्मी के कारण अधिक खपत होने पर इंदिरा ज्योति योजना के बाहर होने पर ही बिना सब्सिडी बिल पहुंच रहा है। इसमें किसी के साथ अधिक बिल वसूल नहीं किया जा रहा है।
– खुशियाल शिववंशी, कार्यपालन, अभियंता शहर संभाग