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बिजली: घरों में मीटर नहीं,मजबूरी में देना पड़ता है ये बिल

locationछिंदवाड़ाPublished: Sep 16, 2019 12:27:44 pm

Submitted by:

manohar soni

एक लाख से अधिक ऐसे घरेलू बिजली कनेक्शन है,जहां मीटर न होने पर उपभोक्ताओं को औसत बिजली बिल मिलता है।

bijli chori

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छिंदवाड़ा.गांवों में एक लाख से अधिक ऐसे घरेलू बिजली कनेक्शन है,जहां मीटर न होने पर उपभोक्ताओं को औसत बिजली बिल मिलता है। वे चाहे जितनी बिजली का उपयोग कर लें,उनकी खपत की यूनिट का कोई हिसाब-किताब नहीं रखा जाता है। इस स्थिति को देखते हुए ऊर्जा विभाग ने मार्च 2020 तक ऐसे अनमीटर्ड कनेक्शन में डिजीटल मीटर लगाने का लक्ष्य रखा है। पूर्व क्षेत्र विद्युत वितरण कम्पनी संभागीय कार्यालय छिंदवाड़ा को इसकी जिम्मेदारी सौंपी है।
इंदिरा गृह ज्योति योजना के विस्तार में ऊर्जा विभाग की गाइडलाइन में इस संबंध में विस्तृत दिशा-निर्देश दिए गए हैं। इसके मुताबिक कंपनी को समय सीमा में जिले के अनमीटर्ड उपभोक्ताओं के यहां मीटर लगाने होंगे। साथ ही खराब मीटर को भी जल्द से जल्द सुधारना होगा। जिले की स्थिति देखें तो यहां पर कुल 3.50 लाख घरेलू बिजली कनेक्शनों में से 1.36 लाख कनेक्शन में मीटर नहीं है। हालांकि पूर्व क्षेत्र विद्युत वितरण कम्पनी का दावा है कि उसने 30 हजार बिजली कनेक्शन पर मीटर लगा दिया गया है। अब केवल एक लाख 6 हजार कनेक्शन मीटरिंग से शेष रह गए हैं। इसके लिए ऊर्जा विभाग ने मार्च 2020 तक हर घर में मीटर लगाने व खराब मीटर बदलने का समय तय किया है।

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शहर और गांवों में नहीं रहेंगे अनमीटर्ड कनेक्शन
यह भी बताया गया कि गाइडलाइन में बिजली कंपनी को शहर में शत प्रतिशत उपभोक्ताओं के यहां मीटर लगाने होंगे क्योंकि मप्र विद्युत नियामक आयोग के टैरिफ आदेश में शहरी क्षेत्रों में अनमीटर्ड कनेक्शन प्रदान करने का प्रावधान नहीं है। विभागीय जानकारी के अनुसार जिला मुख्यालय में अनमीटर्ड कनेक्शन नहीं है। इसके अलावा ग्रामीण क्षेत्रों में भी जल्द से जल्द सभी उपभोक्ताओं के घरों में मीटर लगाने को लेकर खराब मीटर को भी बदलना होगा। फिलहाल कम्पनी अधिकारियों का कहना है कि ग्रामीण इलाकों में एक लाख से अधिक कनेक्शन में अनमीटर्ड है,जिन्हें मार्च तक बदलना चुनौती साबित होगी।

बिजली चोरी रोकने और हादसे टालने दिए थे कनेक्शन
कम्पनी अधिकारी बताते हैं कि गांवों में बिना मीटर के बिजली कनेक्शन देना पहले मजबूरी थी। लोग तार को सीधे बिजली लाइन पर फेंककर बिजली चोरी करते थे। इससे हमेशा हादसे का डर बना रहता था। इसे टालने के लिए सुरक्षित तरीके से सीधे घरेलू कनेक्शन दिए गए। इसका बिजली बिल भी औसत आधार पर आज भी लिया जाता है।
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इनका कहना हैं..
ग्रामीण अंचलों में एक लाख से ज्यादा घरेलू कनेक्शन अनमीटर्ड पाए गए हैं जिनमें मीटर लगाने की प्रक्रिया सतत जारी है। हम मार्च 2020 तक इस लक्ष्य को हासिल कर लेंगे।
-वायके सिंघई,संभागीय अभियंता पूर्व क्षेत्र विद्युत वितरण कम्पनी।
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