विद्युत संशोधन बिल से कर्मचारी नाराज
छिंदवाड़ाPublished: Aug 03, 2021 12:28:50 pm
यूनाइटेड फॉर पावर एम्प्लाइज एंड इंजीनियर्स के आव्हान पर सोमवार को बिजली कर्मचारियों और इंजीनियरों ने काली पट्टी लगा कर विरोध दर्ज किया है। परासिया के कर्मचारियों ने अशरफ खान संभागीय संयोजक के साथ कार्यालय के बाहर नारेबाजी की और विद्युत संशोधन बिल वापस लेने की मांग की।
Electricity Amendment Bill
छिन्दवाड़ा/ परासिया. यूनाइटेड फॉर पावर एम्प्लाइज एंड इंजीनियर्स के आव्हान पर सोमवार को बिजली कर्मचारियों और इंजीनियरों ने काली पट्टी लगा कर विरोध दर्ज किया है। परासिया के कर्मचारियों ने अशरफ खान संभागीय संयोजक के साथ कार्यालय के बाहर नारेबाजी की और विद्युत संशोधन बिल वापस लेने की मांग की। कर्मचारियों ने बताया कि बिल के विरोध एव अपनी 15 सूत्रीय मांगों के समर्थन में 5 अगस्त तक कर्मी जनजगरण अभियान के तहत काली पट्टी लगा कर विरोध दर्ज कर रहे हैं। 10 अगस्त को एक दिवसीय तथा 24 अगस्त से 26 अगस्त तक तीन दिवसीय एवं 6 सितंबर से अनिश्चितकालीन कार्य बहिष्कार करेंगे। प्रंमुख मांगें: केंद्र सरकार द्वारा वितरण कंपनियों के निजीकरण के लिए प्रस्तवित विद्युत सुधार अधिनियम 21 को लागू नहीं किया जाए। सभी वर्गों के संविदा विद्युत कर्मियों को आंध्र एव बिहार की तरह नियमित किया जाए। आउटसोर्स कर्मियों की सेवा सुरक्षित रखते हुए तेलंगाना, एवं हिमाचल प्रदेश की तरह भर्ती की जाए। विद्युत कंपनी के सभी अधिकारी कर्मचारियों को फ्रं ट लाइन श्रेणी में रखकर योजना का लाभ दिलाया जाए। सेवानिवृति के पश्चात लंबित ग्रेच्युटी, जीपीएफ , अवकाश नगदीकरण, पेंशन कम्युटेशन आदि वर्षोंं से लंबित देय भुगतान तत्काल किए जाएं। सेवानिवृत कर्मचारी व अधिकारियों को बिजली बिल में 25 प्रतिशत छूट ,केंद्र द्वारा घोषित महंगाई भत्ते एवं 2 वर्षों से रोकी गई वेतन वृद्धि लागू कर बकाया राशि का भुगतान सहित अन्य मुददे शामिल हैं।