बताया जाता है कि छिंदवाड़ा में एमएलबी, चंदनगांव, गांगीवाड़ा, सारना, उभेगांव, रोहनाकलां, शासकीय कन्या उमावि कैलाश नगर संकुल आते है। जिला शिक्षा अधिकारी अरविंद चौरगड़े ने उक्त संदर्भ में 24 जुलाई 2020 को आदेश जारी कर जिले के सभी डीडीओ तथा संकुल प्राचार्यों को शासन की योजनाओं का लाभ देने के निर्देश दिए थे। इतना ही नहीं प्रकरण लंबित होने या हितग्राहियों को लाभ नहीं दिए जाने की सूचना मिलने पर सम्बंधितों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की चेतावनी भी दी हैं।
जान गवा चुके साथियों को नहीं मिला लाभ –
अध्यापक शिक्षक संगठन के पदाधिकारियों ने बताया कि जीआइएस की राशि नहीं काटे जाने से सम्बंधित अध्यापक को बीमा का लाभ नहीं मिल पाता है। ऐसे में किसी की आकस्मिक मौत होती है तो उनके परिवार को आर्थिक संकट झेलना पड़ता है। जिले के कुछ शिक्षकों के साथ ऐसा हो चुका हैं। संगठन ने चेतावनी दी है कि शीघ्र ही उक्त व्यवस्था सभी को प्रदान नहीं की गई तो आने वाले समय किसी की मौत होने पर सम्बंधित को जिम्मेदार मानकर वैद्यानिक कार्रवाई की जाएगी।
छठवें वेतनमान की तृतीय किस्त भुगतान भी लंबित –
अप्रैल 2020 तक मिलने वाली छठवें वेतनमान की तृतीय किस्त का भुगतान भी अब तक नहीं किया गया हैं। स्थिति यह है कि सातवें वेतनमान के लिए कर्मचारियों की सर्विस बुक का सत्यापन किया जाना है। लेकिन विभाग ने अब तक प्रक्रिया भी शुरू नहीं की है, जबकि शासन की व्यवस्था के अनुसार सातवें वेतनमान का भुगतान पांच किस्त में करना है। इसमें पहली किस्त मार्च 2021 तक देना हैं।
दो सकुल के लंबित है प्रकरण –
विकासखंड के दो संकुल में उक्त प्रकरण लंबित है, जिसकी सूचना जिला शिक्षा अधिकारी को दे दी गई है। ऐसी ही स्थिति छठवें और सातवें वेतनमान को लेकर बनी हुई हैं।
– आइएम भीमनवार, विकासखंड शिक्षा अधिकारी छिंदवाड़ा