छिंदवाड़ाPublished: Nov 12, 2019 05:36:56 pm
Sanjay Kumar Dandale
पटवारी ने किसान के खेतों का सर्वे एवं मुआयना भी किया है लेकिन मुआवजा नहीं मिला है। अब किसान को मुआवजा की आस है जिसमें वहां खेत मालिक को ठेके की रकम अदा कर सकें ।
Expect compensation from the government
छिंदवाड़ा/हनोतिया/. जुन्नारदेव विकासखंड अंतर्गत ग्रामीण अंचल और जिले में इस वर्ष अति वर्षा का मुआवजा किसानों को भुगतना पड़ रहा है। अधिक बारिश से खेतों में खड़ी फसल बर्बाद हो गई। विकासखंड के आदिवासी किसानों ने अपने खेतों में सहित बंटाई में मक्का की फसल लगाई थी। अब यह गरीब किसान खेत मालिक के पैसे देने में असमर्थ हो गए है। वहीं किसान आर्थिक तंगी का सामना कर रहे हैं। ग्रामीण अंचल में किसी किसान ने 5 एकड़ तो किसी ने 10 एकड़ एवं किसी ने 2 एकड़ से मक्का लगाया था । मक्का में दाने ना आ पाने के चलते किसान को काफी नुकसान हुआ है। पटवारी ने किसान के खेतों का सर्वे एवं मुआयना भी किया है लेकिन मुआवजा नहीं मिला है। अब किसान को मुआवजा की आस है जिसमें वहां खेत मालिक को ठेके की रकम अदा कर सकें ।
जिन किसानों को नुकसान हुआ है उन्होंने बड़ी मुसीबतों एवं कहीं से उधार में जैसे-तैसे बीज खरीदी कर बोवनी की थी। किसानों ने बताया कि उन्होंने पिछले वर्ष की तुलना में इस वर्ष कुछ भी अधिक फायदा नहीं हुआ है और किसान की आर्थिक स्थिति भी खराब हो गई है। वर्तमान में किसान गेहूं की फसल कैसे लगाएं यहां सोच रहे हैं कि यदि सरकार या प्रशासन से मुआवजा मिल जाता तो थोड़ी राहत होती और रबी फसल की तैयारी करते।