छिंदवाड़ा

आम बजट से उम्मीद: कर का सरलीकरण और छोटे-कुटीर उद्योगों पर ध्यान

किसानों की चाह, सिंचाई साधनों पर मिले ज्यादा सब्सिडी और बने रोडमैप

छिंदवाड़ाJul 05, 2019 / 12:03 pm

prabha shankar

budget 2019

छिंदवाड़ा. केंद्र की नई सरकार अपना बजट लाने वाली है। इसे लेकर चर्चाओं का दौर शुरू हो गया है। खेती-किसानी और व्यापार दो ऐसे क्षेत्र हैं जहां बजट में सबसे ज्यादा ध्यान देने की कोशिश सरकारें करती आई हैं। बजट में इन पर खासी रकम का प्रावधान भी रहता है। सरकार विभिन्न पहलुओं पर विचार कर बजट बनाती है, लेकिन व्यापार करने वाले कारोबारी और खेतों में मेहनत कर पसीना बहाने के बाद अनाज उगाने वाले किसानों की अलग परेशानियां हैं।
ऐसी नीति बने कि उपज का दाम बढं़े और किसानों को मिले:
व्यापारियों का कहना है कि सरकार जीएसटी को और सरल बनाए। वे अलग-अलग प्रदेशों के टैक्स खत्म करने की बात कह रहे हैं। कुछ कारोबारियों ने लघु और कुटीर उद्योगों पर ज्यादा सब्सिडी देने की मांग की है ताकि मध्यम और छोटे स्तर पर व्यापार को बढ़ावा मिले। इधर किसानों का कहना है कि उपज का दाम बढ़े और किसानों को मिले ऐसी नीति बने। खेती को लेकर एक रोडमैप बनाया जाए जो किसानों को बताया जाए, ताकि वे इस काम को और उत्साह से करें।

इनका कहना है

जिन उत्पादों पर जीएसटी में छूट मिली है उनके व्यापार पर जीएसटी नम्बर और इ-वे बिल से छूट मिलनी चाहिए। इससे बेवहज परेशानी होती है। ये अनावश्यक जटिलताएं हैं इन्हें सरकार खत्म करें। वहीं आयकर का दायरा बढ़ाकर पांच लाख रु. होना चाहिए।
उमेश अग्रवाल, व्यवसायी

सरकार बड़े और मध्यम वर्ग के उद्योगों पर बजट में नजर रखती है और उनको लाभ देने के लिए योजनाएं बनाती है। लघु और कुटीर उद्योगों को साख तवज्जो नहीं मिलती। इन्हें सबसे ज्यादा सब्सिडी मिले ताकि ज्यादा से ज्यादा लोगों को फायदा मिल सके।
श्याम सुंदर चांडक, अध्यक्ष लघु उद्योग भारती, छिंदवाडा

व्यापार को एक टैक्स के दायरे में लाना चाहिए। अलग-अलग राज्यों में जो टैक्स है उसे खत्म करना चाहिए। जीएसटी का और सरलीकरण होना चाहिए।
इससे व्यापार करने में कारोबारियों को और सुगमता रहेगी साथ ही सरकार तथा विभाग को भी आसानी होगी।
आशुतोष डागा, कांग्रेस व्यापारी प्रकोष्ठ अध्यक्ष कांग्रेस

खेती और किसानों के लिए सरकार कई घोषणाएं बजट में करती है, लेकिन उसका फायदा सम्पन्न ज्यादा उठाते हैं। किसानों को कर्ज और दूसरी आवश्यकताओं के लिए परेशान न होना पड़े सरकार ऐसे निर्णय ले। तभी उन्हें लाभ हो सकता है।
जीवनलाल यादव, किसान

उपज का दाम किसानों को सही मिले इस पर योजना बनानी चाहिए। ड्रिप और मल्चिंग पर सरकार सब्सिडी और बढ़ाए। सोलर पैनल को बढ़ावा देना चाहिए, ताकि बिजली आसानी से मिल सके। साथ ही एक मैप बनाया जाए कि किसान कहां-क्या और कब लगाए।
गजेंद्र घाटोले, प्रगतिशील कृषक

किसानों को चाहे उपज का भुगतान करने की बात हो या फिर उसके उचित मूल्य की। इसके लिए राज्य और केंद्र मिलकर एक नीति बनाए तभी किसान को फायदा होगा। बाजार में बिचौलिए खत्म हों और पुख्ता व्यवस्था हो ताकि सही मायने में लाभ मिल पाए
कमलेश साहू, किसान

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