आरोप: रेलवे में नौकरी को लेकर मुख्यमंत्री ने बोला ये झूठ
छिंदवाड़ाPublished: Feb 17, 2019 11:42:02 am
किसानों को भू-अधिग्रहण के तहत रेलवे में नौकरी दिलाने का मामला : भाजपा ने कहा झूठा श्रेय ले रहे मुख्यमंत्री
Inspection of iso team at railway station
छिंदवाड़ा. जिले में चल रही रेल परियोजनाओं में भूमि अधिग्रहण के बाद किसानों के परिवारों को नौकरी दिलाने के मामले में भारतीय जनता पार्टी ने प्रदेश के मुख्यमंत्री पर झूठा श्रेय लेने का आरोप लगाया है।
लोकसभा चुनाव के लिए भाजपा के जिला मीडिया प्रभारी बनाए गए संतोष राय ने कहा कि रेल परियोजनाओं में यूपीए सरकार के समय कृषकों की भूमि अधिग्रहण की गई थी।
केंद्र की भाजपा सरकार के समय किसानों को रेलवे में ग्रुप डी की नौकरी देने की कार्रवाई शुरू की गई। उन्होंने कहा कि छिन्दवाड़ा में चल रही रेल परियोजनाओं में ब्रॉडगेज के लिए 2004 से किसानों की जमीन अधिग्रहण की गई इसके बदले किसानों को मुआवजा भी दिया गया।
2010 में रेलवे बोर्ड का एक आदेश पारित हुआ कि जिन किसानों की जमीन अधिग्रहण की गई है, उनके परिवार के एक सदस्य को रेलवे ग्रुप डी में नौकरी देगा इसके लिए आयु और शिक्षा में भी किसानों को छूट दी जाएगी। राय ने बताया कि 2004 से 2014 तक यूपीए सरकार थी और प्रदेश के माननीय मुख्यमंत्री सरकार में केन्द्रीय मंत्री थे फिर उन्होंने अपने जिले के किसानों की सुध क्यों नहीं ली। 2014 से भाजपा की केन्द्र में सरकार आई और जहां-जहां रेल परियोजनाओं के चलते जमीनों का अधिग्रहण किया गया था वहां-वहां केन्द्र की भाजपा सरकार ने रेलवे और संबंधित जिले के कलेक्टर को निर्देशित किया किसानों से नौकरी के लिये आवश्यक कागजी कार्रवाई कराए। भाजपा संगठन के साथ जिले और मंडल के कार्यकर्ताओं ने भी इसमें सहयोग किया। इसी का परिणाम है कि आज छिन्दवाड़ा और सिवनी जिले के लगभग 70 युवक-युवतियों को नौकरी मिल चुकी है और लगभग 200 किसानों के रेलवे ने नौकरी के संदर्भ में पहले ही पत्र जारी कर दिए गए हैं।
राय ने कहा कि मुख्यमंत्री और कांग्रेस ने नेता सिर्फ श्रेय की राजनीति कर रहे हैं और कुछ नहीं।