छिंदवाड़ा

Farmers upset: आवक कम हो या ज्यादा, किसानों को मंडी शेड में नहीं मिलती जगह

बारिश की फजीहत से किसान का अनाज बचाने मंडी के पास नहीं स्थायी समाधान, अक्सर बारिश में भीग जाती है किसानों की उपज

छिंदवाड़ाJun 23, 2021 / 11:10 am

prabha shankar

chhindwara

छिंदवाड़ा। कृषि उपज मंडी कुसमेली में एक समस्या जो स्थाई हो चुकी है जिसका समाधान किसी भी सचिव के पास अब तक नहीं है। यह समस्या मंडी में शेड को लेकर है, जिसमें किसानों की उपज की नीलामी की जाती हैं। मंडी में पांच शेड हैं।
प्रत्येक शेड में अलग अलग उपजों की नीलामी होती है, लेकिन नीलामी के बाद उसे उठाने की प्रक्रिया बेहद ही धीमी है। व्यापारियों द्वारा अपनी सुविधा अनुसार ही अनाज का उठाव किया जाता है, इसके लिए मंडी अधिकारी भी कोई खास प्रबंधननहीं करते। बारिश में इसका खमियाजा किसानों को उठानापड़ता है।
नियमानुसार मंडी में नीलामी एवं तौल होने के बाद अनाज को 24 घंटे के अंदर
व्यापारी द्वारा उठाव कर लिया जाना चाहिए, लेकिन उठाव तभी होता है जब मंडी में व्यापारी का ट्रक पहुंचता है। बता दें कि 24 घंटे में अनाज का उठाव नहीं किए जाने पर प्रति बोरी जुर्माने का भी नियम है।
कम आवक में भी होती है परेशानी
अक्सर माना जाता है कि अधिक आवक के कारण मंडी में जगह नहीं होती है और अनाज के ढ़ेर सडक़ों पर पड़े होने के कारण ट्रक शेेड तक नहीं पहुंच पाते, लेकिन यह स्थिति कम आवक में भी बनती है। दरअसल दो-चार हजार की आवक से व्यापारियों की मंाग के अनुसार आपूर्ति नहीं हो पाती। इसके लिए व्यापारी को अपने ट्रक की क्षमता तक उपज के आने का इंतजार करना पड़ता है। गोदाम तक का भाड़ा बचाने के लिए व्यापारी कई-कई दिनों तक उपज को मंडी शेड में ही स्टाक करके रखते हैं। इससे किसान को कई बार जगह की कमी होने पर खुले आसमान के नीचे ही उपज को ढेर करना पड़ता है और अचानक होने वाली बाारिश से किसान को उपज सुरक्षित रखना मुश्किल हो जाता है।
इनका कहना है
कई बार गाड़ी नहीं मिलने या गाड़ी के लिए माल कम पड़ जाने से ऐसी स्थिति बन जाती है। वैसे इन दिनों सभी व्यापारी अपने-अपने माल का उठाव समय पर कर रहे है। इससे किसानों की उपज के लिए जगह बनी रहती है।
प्रतीक कुमार शुुक्ला, अध्यक्ष छिंदवाड़ा अनाज व्यापारी संघ
मंडी में अनाज की आवक अधिक होने से कभी-कभी ऐसी स्थिति बन जाती है। मंडी में पांच शेड हैं और एक ट्रॉली शेड सहित तीन शेड और बन रहे हैं। इससे परेशानी नहीं होगी।
शिवदयाल अहिरवार, प्रभारी मंडी सचिव कुसमेली कृषि उपज मंडी

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