रास्ते में घूरने वाली बुरी नजरों को इस तरह दें मात
छिंदवाड़ाPublished: Jan 11, 2017 04:43:00 pm
अपराध होते देख चुप न रहें, पुलिस को इसकी जानकारी दें। आप शोर मचाएंगे तभी अपराधी भागेगा। मन के डर को भगाकर निडर बनें।
छिंदवाड़ा . बच्चों आप परिवार, स्कूल एवं देश के भविष्य हैं। इसलिए डरना नहीं चाहिए। यह बात मंगलवार को सब इंस्पेक्टर कीर्ति भदौरिया ने जगन्नाथ उच्चतर माध्यमिक विद्यालय में पत्रिका के निर्भीक बचपन अभियान के तहत आयोजित कार्यक्रम में विद्यार्थियों से कही।
उन्होंने उदाहरण देते हुए बच्चों से कहा कि जैसे हम एक छिपकली को देखकर डर जाते हैं और आगे नहीं बढ़ पाते। ठीक उसी तरह हमारे जीवन में भी छिपकली की तरह काफी लोग डराने वाले होते हैं, लेकिन हमें इनसे डरना नहीं है। मुकाबला करना है। मन में डर होगा तो हम जो करना चाहते हैं वह कर नहीं पाएंगे। महिला पुलिस अधिकारी ने विद्यार्थियों को गुड टच, बैड टच के बारे में जानकारी दी। उन्होंने बताया कि किसी को घूरना, छेडऩा, अपशब्द कहना, पीछा करना, सोशल साइड्स पर गलत मैसेज भेजना अपराध की श्रेणी में आता है। अगर ऐसा कोई करता है तो तत्काल इसकी सूचना पुलिस को दें। पुलिस आपकी मदद के लिए बनी है। उन्होंने कहा कि जो बात आज हमें छोटी लग रही है, वह कल बड़ी हो सकती है। इसलिए अपराध होते देख चुप न रहें, पुलिस को इसकी जानकारी दें। पैरेंट्स, शिक्षक को बताएं। आप शोर मचाएंगे तभी अपराध भागेगा। मन के डर को भगाकर निडर बनें। महिला पुलिस अधिकारी ने विद्यार्थियों को 100 नंबर, महिला हेल्पलाइन नंबर-1090, चाइल्ड हेल्पलाइन-1090 के संबंध में जानकारी दी।
कार्यक्रम में शिक्षक एचके ठाकरे, अजय चंदेल, मिथलेश जोशी, सुजीत सक्सेना, विजय मदान, मोनिका वर्मा, पीडी शर्मा, अंजना सेंगर, अफसाना मंसूरी, शाहजहां शर्मा, उमा बडोदिया व अन्य मौजूद रहे।
परिजन शराब पीकर आए तो क्या करें
कार्यक्रम में विद्यार्थियों ने भी महिला पुलिस अधिकारी से कई सवाल किए। जिसका जवाब उन्होंने दिया। आठवीं के एक छात्र ने पूछा की अगर फैमिली में कोई शराब पीकर लड़ाई करे तो क्या करना चाहिए। पुलिस अधिकारी ने जवाब में कहा कि पहले उन्हें समझाइश दें, अगर वह नहीं मानें तो पुलिस को तत्काल 100 नंबर पर सूचना दें। वहीं वहीं छात्राओं ने महिला अपराधों को लेकर प्रश्न पूछे।