मिली जानकारी के अनुसार आठ मार्च की रात जब किसान होली त्यौहार की तैयारियों में जुटे हुए थे। तभी रात 9 बजे खेतों से धुआं उठता हुआ नजर आया। जिसे देखकर किसान घबरा गए। किसान मधुकर दुर्वे के खेत की 15 से 20 तुअर के बोरे, सुधाकर दुर्वे के खेत की तुअर, भोंदु गजाम के खेत की तुअर, लीलाराम राउत के खेत में काटकर रखे 50 से 60 बोरे गेहूं, संतोष धारपुरे के खेत में कड़वी का चारा, गणेश तेजराम चोपडे के खेत में काटकर रखा हुआ 7 8 गाढ़ी कुटार, शंकर गवली के खेत में सोयाबीन का कुटार, प्रभाकर राउत के खेत में 10 गाड़ी चारा को आग लगाकर राख कर दिया गया।
आरोपियों ने शंकर राधेश्याम विरघडे के खेत में फसल को आग लगाने के बाद कोठा भी जला दिया। इसी तरह रवि लक्ष्मण डोंगरे के खेत में भी कोठे को नुकसान पहुंचाकर जला दिया। किसानों ने बताया कि मेहनत के साथ फसल पैदा की थी। अराजक तत्वों ने सबकुछ नष्ट कर दिया। टीआई भूपेन्द्रसिंह गुलबांके के निर्देश पर बड़चिचोली चौकी पुलिस प्रभारी नारायणसिंह बघेल ने गांव में पहुंचकर शिकायत पर रिपोर्ट दर्ज कर ली है। किसानों ने बताया कि उनके खेतों में हाल ही में चोरी की घटनाएं भी हुई हैं, लेकिन उन्होंने उस पर ध्यान नहीं दिया। घटना को अंजाम देने वालों ने शराब के नशे में इस तरह का कृत्य किया होना समझ में आ रहा है।