दूध में बेहोशी की दवा पिलाकर ठगी
छिंदवाड़ाPublished: Oct 14, 2019 05:18:25 pm
शहर के सबसे व्यस्त क्षेत्र में एक बुजुर्ग ठग ने डॉक्टर बनकर कोख हरी करने का दावा कर दूध में बेहोशी की दवा मिलाकर दंपती को ठग लिया।
दूध में बेहोशी की दवा पिलाकर ठगी
पंाढुर्ना. शहर के सबसे व्यस्त क्षेत्र में एक बुजुर्ग ठग ने डॉक्टर बनकर कोख हरी करने का दावा कर दूध में बेहोशी की दवा मिलाकर दंपती को ठग लिया। शिकायत के आधार पर पुलिस ने जांच शुरू कर दी है। नगर के गुजरी बाजार चौक में हुई इस घटना से सुनार समाज में हडक़ंप है।
जानकारी के अनुसार राधाकृष्ण वार्ड निवासी लक्ष्मीकांत उर्फ गोलू विनायकराव उमाठे और उनकी पत्नी वैष्णवी को विवाह के 17 साल बाद भी कोई संतान नहीं है। इस बात का की जानकारी के आधार पर शनिवार रात 9 बजे उनके घर पर 60 से 62 वर्ष उम्र का एक बुजुर्ग व्यक्ति आया जो अपने को डॉक्टर बता रहा था। अपनी मीठी बातों में बहलाते हुए पहले उसने संतान सुख के लिए उपचार का वादा किया और फिर अगोले का फायदा उठाकर रात को भोजन के बाद दंपती को दूध में बेहोशी की दवा मिलाकर दे दी।
दवा वाला दूध पीने के बाद लक्ष्मीकांत और उसकी पत्नी बेहोश हो गईं। लक्ष्मीकांत ने रविवार दोपहर को होश में आने के बाद पत्नी के कान और मंगलसूत्र के साथ ही नकदी 8 हजार रुपए ले जाने की जानकारी दी है।
पड़ोसियों ने देखा
पड़ोसी प्रीति जुननकर ने रोजाना की तरह फूल तोड़ते समय वैष्णवी को सुबह 9 बजे आवाज लगाई और जब उत्तर नहीं मिला तो उसने दरवाजा खटखटाया तो दरवाजा खुला था। अंदर जाकर देखा तो दंपती बेहोश पड़े हुए थे।
स्टेशन पर मिला था
लक्ष्मीकांत उर्फ गोलु उमाठे ने बताया कि उनके भाई को आरोपी पहली बार नागपुर रेलवे स्टेशन पर मिला था। लक्ष्मीकांत को बच्चा होने की गारंटी देते हुए वह पीछे लग गया था और बिना पैसे ही उपचार कराने की जिद करता रहा। मांगने पर मोबाइल नं. भी नहीं दे रहा था।
सीसीटीवी में कैद
मामले की जांच कर रहे एस आई मार्को ने बताया कि एक दुकान की सीसीटीव्ही कैमरे में ठग की करतूत कैद हो गई है। है जिससे उसकी तलाश करने की कोशिश की जा रही है।