Gajanan News:गाजे-बाजे के साथ गजानन विदा
छिंदवाड़ाPublished: Sep 13, 2019 12:00:57 pm
सुबह से शुरू हुआ विसर्जन का दौर देर रात तक जारी रहा
Gajanan News:गाजे-बाजे के साथ गजानन विदा
छिंदवाड़ा दस दिन से चल रहा गणेशोत्सव का गुरुवार को संपन्न हो गया। अनंत चतुर्दशी के दिन शहर सहित पूरे जिले में सुबह से ढोल ताशों की आवाज और गणपति बाप्पा के जयकारों के साथ श्रद्धालु जलस्रोतों में प्रतिमाएं विसर्जन करने के लिए उमड़ पड़े।
शहर की सडक़ों पर सुबह से गणपति बप्पा मोरिया के नारों की गूंज सुनाई देती रही। पूरी रात को शहर में विसर्जन यात्राएं निकलती रहीं। उत्साह से लबरेज लोग अलग- अलग अंदाज में बप्पा को विदा देने निकल पड़े। शहर के छोटा तालाब, कुलबहरा नदी, पेंच नदी, में गणपति प्रतिमा विसर्जन के लिए लोग गाजे-बाजे के साथ पहुंचते रहे। कोई हाथों में भगवान को उठाए हुए बढ़ा चला जा रहा था तो कोई पूरे परिवार के साथ चौपहिया वाहनों पर गजानन को विदा करने गया। कोई हाथ ठेले पर प्रतिमा को विराजित कर भजन कीर्तन करते हुए चल रहे थे। नदी, तालाबों के किरानों पर आरती कर उन्हें प्रणाम कर विदा किया गया। छोटा तालाब में विशेष रूप से बनाए गए कुंड में ही प्रतिमाओं का विसर्जन किया गया। हाइड्रोलक ट्रॉली में एक साथ कई प्रतिमाओं को रखा गया। भक्तों ने इसी में प्रतिमाओं को बिठाकर अंतिम प्रणाम किया और विसर्जन को देखते रहे। नगर निगम ने यहां विशेष तैयारियां की थीं। कुलबहरा नदी पर भी विसर्जन की व्यवस्था स्थानीय प्रशासन ने की थी। यहां सुरक्षा और प्रकाश की व्यवस्था भी की गई थी। प्रशासनिक अधिकारियों के साथ पुलिस के अफसर भी हालात का जायजा लेते रहे। रातभर चला मेला
जिला मुख्यालय पर रातभर मेला लगा। आसपास के ग्रामीण क्षेत्र के लोग चतुर्दशी के दिन यहां गजानन प्रतिमाओं को देखने निकले। गांवों में दोपहर तक विसर्जन के कार्यक्रम संपन्न कराने के बाद शाम को सब छिंदवाड़ा आ गए। यहां लोगों ने रात भर पंडालों में झांकियों के दर्शन किए तो विसर्जन स्थलों पर पहुंचकर वहां बाप्पा की अंतिम विदाई दी। शहर के मुख्य पंडालों में गुरुवार की रात लम्बी कतारें देखीं गईं। छोटा तालाब क्षेत्र में भी लोगों का हुजूम उमड़ा। यहां बड़े वाहनों की आवाजाही को रोक दिया गया।