मुख्यमंत्री कृषक समृद्धि योजना के तहत रबी 2016-17 में उपार्जित गेहूं और खरीफ 2017 में उपार्जित धान उपज पर 200 रुपए प्रति क्विंटल के मान से 11 हजार 791 पंजीकृत कृषकों के खाते में 16 करोड़ 78 लाख 33 हजार 902 रुपए की उत्पादकता प्रोत्साहन की राशि हस्तांतरित करने के लिए कार्यक्रम का आयोजन किया गया था। कार्यक्रम में प्रभारी मंत्री बिसेन ने अपने उद्बोधन में कहा कि खेती को लाभ का धंधा बनाने और वर्ष 2022 तक सभी किसानों की आय दुगुनी करने के उद्देश्य से प्रदेश सरकार द्वारा कई कारगर योजनाएं बनाई गई है जिनका क्रियान्वयन किया जा रहा है।
इस साल समर्थन मूल्य पर अथवा उससे अधिक मूल्य पर गेहूं बिकने पर 265 रुपए प्रति क्विंटल, चना, मसूर, सरसों पर 100 रुपए प्रति क्विंटल तथा लहसुन पर 800 रुपए प्रति क्विंटल किसान के खाते में डाले जाएंगे। उन्होंने किसानों का सम्मान किया। कार्यक्रम की अध्यक्षता क्षेत्रीय विधायक चौधरी चन्द्रभान सिंह ने की। कार्यक्रम में नगर पंचायत पिपलानारायणवार के अध्यक्ष नरेन्द्र परमार,कलेक्टर जेके जैन, मुख्य कार्यपालन अधिकारी जिला पंचायत रोहित सिंह समेत किसान उपस्थित हुए।
किसानों ने सुना सीएम का भाषण
शाजापुर में आयोजित कार्यक्रम में पहुंचे मुख्यमंत्री के भाषण का सीधा प्रसारण किया गया। उन्होंने अपने भाषण में खेती और सिंचाई के लिए प्रदेश सरकार द्वारा किए जा रहे प्रयासों का जिक्र किया।
किसी को खराब खाना तो कोई रहा भूखा
सम्मेलन में भोजन व्यवस्था ठीक न होने से किसानों को परेशानी का सामना करना पड़ा। गर्मी ज्यादा होने पर भोजन पैकेट की सब्जी खराब हो गई थी। जिन्हें ये पैकेट मिले,उन्हें सब्जी से दुर्गंध आने पर उसे फेंक दिया वहीं कुछ किसानों को केवल कूपन मिल पाए। उन्हें भोजन किए बिना ही घर वापस लौटना पड़ा। जबकि कृषि विभाग के कर्मचारियों द्वारा उन्हें सुबह 8 बजे से यहां लाकर एकत्र किया गया था। किसानों ने पत्रकारों से चर्चा करते हुए कृषि विभाग की इस अव्यवस्था पर आक्रोश जाहिर किया। उन्होंने कहा कि सरकार उन्हें बोनस समेत अन्य सुविधाएं दे रही है लेकिन जिम्मेदार अधिकारी उन्हें अच्छा भोजन नहीं दे पाए। इसका उन्हें दुख है।