छिंदवाड़ा.तस्करों से छुड़ाए गए बेसहारा गौवंश के चारे के लिए सरकार तीन गुना ज्यादा बजट देगी। इसकी अनुदान वृद्धि का प्रस्ताव तैयार हो गया है। इस पर सरकारी मुहर लगते ही जिले की गौशालाओं को इसका बढ़ा हुआ अनुदान दिया जाएगा। इससे गौशाला प्रबंधकों को चारा उपलब्ध कराने में राहत मिलेगी।
पूरे जिले में इस समय पांच गौशालाएं है। इनमें १६५२ एेसे गौवंश रखे गए हैं जिन्हें पुलिस ने तस्करों से छुड़ाया है या फिर उन्हें उम्र अधिक होने पर छोड़ दिया गया है। इन गौवंश को सरकार हर साल छमाही बजट देती है। यह अब तक करीब ३.५० रुपए प्रति पशु पर आधारित है। इस पर करीब ७ से ८ लाख रुपए का बजट इन गौशालाओं को वितरित किया जाता है।
हाल ही में गौशाला संवर्धन बोर्ड के अध्यक्ष महामंडलेश्वर अखिलेश्वरानंद गिरी ने पांढुर्ना की गौशाला का निरीक्षण दिया। इस दौरान उन्होंने सरकार के पास प्रति पशु १० रुपए प्रतिदिन अनुदान प्रस्तावित होना बताया। इस पर सरकार जल्द निर्णय ले सकती है। कहा जा रहा है कि इस निर्णय के होने से गौवंश को बेहतर ढंग से चारा उपलब्ध कराया जाएगा। पशु चिकित्सा विभाग के सहायक संचालक डॉ.अभिषेक शुक्ला का कहना है कि गौशाला संवर्धन बोर्ड द्वारा जल्द ही अनुदान राशि में वृद्धि करने की संभावना है। इसका लाभ जिले की गौशालाओं को मिलेगा। इस वित्तीय वर्ष २०१७-१८ के लिए ७ लाख ९८ हजार रुपए का आवंटन मिला है। जल्द ही इन गौशालाओं को राशि दी जाएगी।
पुलिस ने भी बनाया था चारा बैंक
जिले के तत्कालीन एसपी डॉ.जीेके पाठक द्वारा अपने कार्यकाल में चार चारा बैंक खुलवाए गए थे, जिसमें गौ तस्करों से पकड़े गए पशुओं को चारा उपलब्ध कराने की व्यवस्था थी। इनमें चारा की अनुपलब्धता बताई जा रही है।
जिले में गौशाला और गौवंश
गौशाला पशु संख्या
आशाराम गौशाला २८१
बाहुबली गौशाला १०५७
बजरंग गौशाला २६१
मां भगवती गौशाला ५३
केशव गौशाला ००
कुल १६५२
नोट-जिला योजना समिति में पशु चिकित्सा विभाग की जानकारी पर आधारित
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फैक्ट फाइल
चारा के लिए गौशाला अनुदान
वर्ष २०१६-१७-७ लाख ८० हजार रुपए
वर्ष २०१७-१८-७ लाख ९८ हजार रुपए स्वीकृत