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अच्छी खबर: डायलिसिस के मरीजों को मिली बड़ी राहत

locationछिंदवाड़ाPublished: Feb 04, 2019 12:49:11 am

Submitted by:

prabha shankar

अब जिला अस्पताल में भी बन जाएंगे ‘एवी फिस्टुला’

Great Relief to Dialysis Patients

Great Relief to Dialysis Patients

छिंदवाड़ा. जिले के किडनी रोगियों को अब डायलिसिस कराने के लिए ज्यादा दिक्कत नहीं होगी न ही ‘एवी फिस्टूला’ बनाने के लिए उन्हें नागपुर, जबलपुर, भोपाल या अन्य महानगरों के चक्कर लगाने पड़ेंगे। मेडिकल कॉलेज छिंदवाड़ा के सर्जन ने जिला अस्पताल में यह सुविधा उपलब्ध करा दी है तथा बहुत कम खर्च में मरीज के हाथ में ‘एवी फिस्टूला’ बनाया जा सकता है।
उल्लेखनीय है कि मरीज के खराब खून को शरीर से निकालकर शुद्ध खून चढ़ाने के लिए डायलिसिस किया जाता है। इसके लिए ‘एवी फिस्टुला’ का सहारा लिया जाता है। महानगरों के हॉस्पिटलों में इसके लिए 17 से 25 हजार रुपए तक खर्च करने होते हैं। कई बार यह ऑपरेशन असफल भी हो जाता है। मेडिकल कॉलेज के सर्जन डॉ. मनन गोगिया ने बताया कि अब तक जिला अस्पताल में ‘एवी फिस्टुला’ की सुविधा नहीं थी। हालही में एक मरीज के ऑपरेशन के दौरान यह प्रक्रिया अपनाई गई जिसमें सफलता मिली। एक से डेढ़ घंटे में इसकी पूरी प्रक्रिया होती है और मरीज को बिना बेहोश किए संबंधित अंग को शून्य कर किया जाता है। जिला अस्पताल में आने वाले ऐसे मरीजों को अब डायलिसिस में राहत मिल सकेगी।

यह है फिस्टुला
किडनी रोगियों के डायलिसिस के लिए शरीर में फिस्टुला बनाया जाता है। शरीर के अलग-अलग हिस्से में फिस्टुला बनाए जाने से मरीज को काफी दिक्कत होती है, लेकिन एवी फिस्टुला एक ऐसी तकनीक है जो हाथ में परमानेंट बनाई जाती है। इससे मरीज के शरीर में बार-बार छिद्र करने की जरूरत नहीं पड़ती है। एवी फिस्टुला में लंबे समय तक डायलिसिस कराया जा सकता है।

यह है जिला अस्पताल की स्थिति
वर्तमान में जिला अस्पताल में दो डायलिसिस मशीन का संचालन किया जा रहा है। इसके पूर्व हिमोडालिसिस विभाग में रोगी कल्याण समिति की तीन अतिरिक्त मशीनें भी संचालित होती थीं, जिसे कंडम घोषित कर दिया गया है।

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