scriptग्रीन इण्डिया मिशन में शामिल होगा पेंच-सतपुड़ा टाइगर कारीडोर | Green India Mission will include the Pench-Satpura Tiger Corridor | Patrika News

ग्रीन इण्डिया मिशन में शामिल होगा पेंच-सतपुड़ा टाइगर कारीडोर

locationछिंदवाड़ाPublished: Feb 09, 2019 11:47:23 am

Submitted by:

manohar soni

छिंदवाड़ा वनवृत्त में पहुंचा वन मुख्यालय का पत्र,जिले से मांगी कार्ययोजना और बजट

Tiger

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छिंदवाड़ा.विदेशी सहायता से मप्र में संचालित ग्रीन इण्डिया मिशन में जल्द ही छिंदवाड़ा जिले से गुजरता पेंच-सतपुड़ा टाइगर के कारीडोर का हिस्सा शामिल हो सकता है। वन मुख्यालय भोपाल ने छिंदवाड़ा वन वृत्त को पत्र लिखकर इसकी कार्ययोजना और बजट भेजने के लिए कहा है। पत्र के बाद तीनों डिवीजन के अधिकारियों को सक्रिय कर दिया गया है। इस कार्ययोजना के भेजते ही सीएम का जिला शामिल हो जाएगा। पिछले माह जनवरी में ग्रीन इण्डिया मिशन में यह मुद्दा गरमाया था कि इस महत्वाकांक्षी योजना में आसपास के जिले बैतूल,सिवनी और होशंगाबाद शामिल है लेकिन मुख्यमंत्री कमलनाथ का जिला छिंदवाड़ा इस महत्वपूर्ण प्रोजेक्ट से गायब है। इस प्रोजेक्ट के लागू होने पर वनवासी समुदाय को रोजगार,भू-जल संरक्षण और प्लांटेशन से संबंधित काम उपलब्ध होंगे। इस जिले से पेंच नेशनल पार्क से होते हुए सतपुड़ा टाइगर रिजर्व का कारीडोर गुजरता है। इस प्रोजेक्ट से जंगली इलाकों की तस्वीर बदल सकती है। जिले के स्वयंसेवी,पर्यावरणविदें और जनप्रतिनिधियों द्वारा इसके लिए भोपाल स्तर पर प्रयास किए गए थे और मुख्यमंत्री का ध्यान भी आकर्षित कराया गया था।
सीसीएफ केके गुरवानी ने बताया कि प्रदेश मुख्यालय का पत्र आ गया है। जिसमें ग्रीन इण्डिया मिशन की कार्ययोजना व बजट तैयार कर उसे भोपाल पहुंचाने के लिए कहा गया है। पश्चिम वनमण्डल का प्रस्ताव तैयार है जबकि पूर्व और दक्षिण वन मण्डल का प्रस्ताव भी तैयार कराए जाएंगे। सीसीएफ का कहना है कि छिंदवाड़ा से पेंच नेशनल पार्क से सतपुड़ा टाइगर रिजर्व होशंगाबाद को जोड़ता टाइगर कारीडोर गुजरता है। इस मिशन के संचालित होने पर तीन डिवीजन में विकास व आजीविका मूलक काम होंगे। यह उत्साह वर्धक कदम होगा।
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बायोस्फियर रिजर्व में छिंदवाड़ा,होगा जैव विविधता का संरक्षण
केन्द्रीय पर्यावरण, वन एवं जलवायु परिवर्तन मंत्रालय के मानव एवं बायोस्फियर रिजर्व कार्यक्रम के अंतर्गत तीन रिजर्व प्रबंधन पचमढ़ी, अचानकमार-अमरकंटक और पन्ना घोषित किए गए हैं। पचमढ़ी रिजर्व में 3 जिले होशंगाबाद, छिन्दवाड़ा और बैतूल जिले के भाग शामिल हैं। इस योजना का मुख्य उद्देश्य जैव-विविधता का संरक्षण, स्थानीय लोगों से जुड़ी विकास योजनाओं और प्रशिक्षण एवं शिक्षण को बढ़ावा देना है। इन क्षेत्रों के लिए विकास के लिए राज्य शासन द्वारा एप्को नोडल एजेंसी घोषित है। इसके लिए दो साल में चार करोड़ रुपए दिए गए। सीसीएफ का कहना है कि सतपुड़ा टाइगर रिजर्व में छिंदवाड़ा जिले के तामिया का अधिकांश हिस्सा शामिल हो चुका है। जिसमें वन्य प्राणियों से लेकर वन प्रबंधन की गतिविधियां लगातार संचालित की जा रही है।….

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